सद्गुरु नारायण महाराज ने दत्ता मंदिर में दिया श्रद्धालुओं को आशीर्वाद | Sadguru narayan maharaj ne datta mandir main diya shraddhaluon ko ashirvad

सद्गुरु नारायण महाराज ने दत्ता मंदिर में दिया श्रद्धालुओं  को आशीर्वाद

जो भी जुड़ता है वह व्यसन छोड़ देता है

सद्गुरु नारायण महाराज ने दत्ता मंदिर में दिया श्रद्धालुओं  को आशीर्वाद

धामनोद (मुकेश सोडानी) - हमारे जो महाराज साहब है यह सिर्फ हमारे पूजक अष्टक ही नहीं बल्कि ज्ञान के भंडार और व्यक्ति को उच्च चरितार्थ के मार्ग पर ले जाने के लिए प्रेरित करते हैं महाराज जी के आज मंदिर में आने पर सभी भक्त प्रसन्न हुए साथ में पूरा दत्त मंदिर भक्तिमय हो गया मैं महाराज साहब को कोटि-कोटि नमन और अभिनंदन करता हूं यह शब्द कहे  धरमपुरी विधायक पाचीलाल  मेड़ा ने जो कि दत्ता मंदिर में नारायणपुर महाराष्ट्र के महाराज सद्गुरु महाराज के प्रवचन  सुन रहे थे गौरतलब है कि प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी नारायणपुर महाराष्ट्र से  समीपस्थ दत्ता मंदिर आश्रम  जल कोठी में आयोजित शिवरात्रि महापर्व समारोह में भाग लेने हेतु  महारज आये थे जानकारी देते हुए विधायक मेड़ा के साथ मौजूद विनय पाटीदार ने बताया कि आश्रम में प्रति वर्ष महाराज जी आशीर्वाद देने के लिए आते हैं वहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी पहुंचते हैं चर्चा में नारायणपुर से महाराज श्री ने बताया कि आदमी को मोह माया छोड़ कर ईश्वर की भक्ति पर ध्यान देना चाहिए साथ साथ यह भी बताया कि जीवन में हमेशा व्यसन से दूर रहना चाहिए वहां पर आयोजित कार्यक्रम में विधिवत मां नर्मदा की पूजा अर्चना कर हवन यज्ञ आदि भी कार्यक्रम संपन्न हुए धामनोद क्षेत्र से भी बड़ी संख्या संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे

एक सूत्र में सभी को भारतवर्ष की परिक्रमा कराना मुख्य उद्देश्य


बताया कि मुख्य स्थान नारायणपुर क्षेत्र महाराष्ट्र में भगवान दत्तात्रेयजी की आकर्षक प्रतिमा के साथ अन्य मंदिर व पादुका स्थल है। यहां मंदिर निर्माण के बाद आश्रम के संस्थापक नारायण महाराज ने देश के तीन अन्य स्थानों पर भी आश्रम बनाने का संकल्प लिया।  बताया की नारायणपुर के बाद जलकोटी में पहला आश्रम बनाया गया। इसके बाद तमिलनाडु के समुद्र किनारे कन्याकुमारी केपास वट्टाकोटा क्षेत्र और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आश्रम बनाया गया।  कुछ वर्ष पूर्व  उत्तराखंड के काशीपुर में भी आश्रम के लिए जमीन खरीदी गई है। वहां भी आश्रम का निर्माण प्रस्तावित है   प्रस्तावित आश्रमों में सिर्फ जनकल्याण एवं जनसंदेश आध्यात्मिक शक्ति  का संकल्प दिलाया जाए चारों दिशाओं में अलग-अलग मंदिर निर्माण कराने की बात पर उन्होंने बताया कि देश के चारों कोने में दत्त मंदिर का निर्माण लगभग संपन्न होने को आ चुका है जिसका प्रमुख उद्देश्य पूरे देश को एक सूत्र में पिरो कर रखना है


जो जुड़ता है वह मांस मदिरा अन्य व्यसनों  से दूर रहने के लिए संकल्पित हो जाता है

यह भी बताया कि जो व्यक्ति इस संस्था से जुड़ता है वह कभी भी फिर जीवन में मांस मदिरा एवं अन्य वस्तुओं से पूर्ण रूप से दूर हो जाता है वहां पर अभी तक कई लोग जुड़ कर इन सब  व्यसनों को हमेशा के लिए त्याग चुके है आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महाराष्ट्र से पैदल श्रद्धालु भी जल कोठी धाम पहुंचे बताया गया कि करीब 50000 से भी अधिक श्रद्धालुओं ने वहां पहुंचकर दर्शन लाभ लिया

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