झोलाछाप डॉक्टर के इलाज में लापरवाही के कारण मासूम बच्चे का पैर कटा
छिंदवाड़ा (गयाप्रसाद सोनी) - छिंदवाड़ा जिला के चंदनगांव के पचमढ़ी थाना निवासी एक गरीब परिवार का बेटा- भरत धुर्वे उर्म 15 वर्ष,जिसके पैर में चोट आई थी, जिसका इलाज कैलाश लोखंडे झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा खुद घर में पहुंचकर 20 दिन तक इलाज किया गया और इलाज की बीस हजार राशि भी ले लिया और मसुम बच्चे को देहाती लेप लगा दिया, लेकिन बच्चे के पेर मे इंफेक्शन इतना अधिक फैल गया कि अंतिम क्षण डॉक्टर कैलाश लोखंडे ने बच्चे को नागपुर जाने के निर्देश दे दिए जिसके इलाज हेतु नागपुर के सुअरटेक निजी दवाखाना में बच्चे का पैर काटना पड़ा, मुख्यमंत्री कमलनाथ गृह जिला में झोलाछाप डॉक्टरों की भी भरमार अधिक देखने को मिल रही है और इन झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही के कारण कई गरीब मासूम की जिंदगी भी जा रही है, आज एक मासूम बच्चा जो पैर से अपाहिज हो गया ,अगर समय रहते अच्छे डॉक्टर से इलाज करा दिया जाता तो इस बच्चे की पैर काटने की नौबत नहीं आती फिर भी शासन प्रशासन मोन है।
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