ग्रामीणों के विरोध के चलते बांध निर्माण कार्य अटका
डिंडौरी (पप्पू पड़वार) - डिंडौरी जिले के समनापुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम अंडई और डुंगरिया के बीच चल रहे 348 करोड़ की लागत से बांध निर्माण कार्य का विरोध रविवार को भी जारी रहा। ग्रामीणों के विरोध के चलते विगत दो दिन से काम ठप है। प्रभावित लोगों का समझाइश देने रविवार को भी एडीएम रमेश सिंह सहित अन्य राजस्व अमला मौका पर पहुंचा। यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया है। ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर के नाम एक पत्र भी दिया गया, जिसमें उल्लेख किया गया कि खरमेर नदी में बन रहे बांध निर्माण में पांचवीं अनुसूची व भू अर्जन अधिनियम के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। आरोप लगाया गया कि बिना ग्राम पंचायत की अनुमति के निर्माण कार्य शुरु कर दिया गया है। किसानों की बोई फसल भी प्रभावित हुई है। एडीएम द्वारा उन्हें समझाइश देकर बांध के फायदे भी बताए गए, लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं हुए। ग्रामीणों ने बताया कि बांध निर्माण का जो कार्य हुआ है, उससे पुनिया बाई, सम्हर सिंह, राम सिंह सहित अन्य की जमीन प्रभावित हुई है। फसल पर जेसीबी चलाने से फसल भी नष्ट हो गई है। प्रदर्शन कर रहे लोगों द्वारा यह मांग की गई कि उन्हें जमीन के बदले जमीन, मकान के बदले मकान, घर के प्रत्येक सदस्य को नौकरी और चल अचल संपत्ति का उचित मुआवजा दिलाने की मांग की गई। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए पुलिस बल की संख्या भी बढ़ाई जा रही है।
इनका कहना है
अब तक 50 प्रतिशत से अधिक मुआवजा बंट चुका है। बांध बनने से कुछ लोग तो प्रभावित तो होंगे, लेकिन बड़ी संख्या में लोगों को लाभ भी मिलेगा। यह बात ग्रामीणों को भी समझना चाहिए। रविवार को भी बैठक लेकर सभी को समझाइश दी गई है। कुछ लोग ही हैं जो बात नहीं मान रहे हैं। उन्हें पूरी बात समझाई जा रही है। बांध बनाने का निर्णय शासन स्तर से हुआ है। जो भी आवश्यक पहल होगी इस पर की जाएगी।
रमेश सिंह, अपर कलेक्टर डिंडौरी
Tags
dhar-nimad