अणु पब्लिक स्कूल में अभिभावक एवम शिक्षकों का सेमिनार आयोजित
थांदला (कादर शेख) - नगर की शेक्षणिक संस्था में अग्रणी अणु पब्लिक स्कूल में अभिभावक एवम शिक्षकों के लिये सेमिनार का आयोजन किया गया।
मुख्य वक्ता के रूप में डॉ जया शिंदे इंदौर व मुख्य अतिथि न्याय धीश महोदय जय पाटीदार साहेब विशेष अतिथि के रूप में सेवा निवृत्त, समाज सेविका गार्डन मैडम, जय श्री शर्मा के आतिथ्य में कार्यक़म का शुभारंभ किया गया।
सर्व प्रथम समस्त अतिथि द्वय एवम ट्रस्टी श्रेणिक गादीया द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण कर दीप प्रज्वलित कर किया गया।
संस्था के प्राचार्य प्रमोद नायर द्वारा अतिथियों का पुष्प माला से स्वागत किया गया। संस्था की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत की प्रस्तुति दी।
स्वागत भाषण ट्रस्टी प्रदीप गादी या ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस विद्यालय को संचालित करने का एक मात्र उद्देश्य यह है कि बदलते परिवेश में मध्यम वर्गीय परिवार से आने वाले बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान कराना है।आप ने कहा कि विद्यालय भी एक उप वन है जहाँ बच्चे उसके फूल है उन फूलो को हम कैसी शिक्षा से पोषण करते है यही उन्हें ज़िम्मेदार नागरिक बनाने के लिये प्रेरित करते है।प्रत्येक विद्यालय के वार्षिकोत्सव या सेमिनार का उद्देश्य मनोरंजन ही नही बल्कि सभी छात्र, छात्राओं की रुचियां और प्रगति का लेखा, झोंका जानना होता है हम चाहते है कि ऐसे आयोजन से सभी विद्यार्थियों को नये उत्साह और प्रेरणा की सुखद अनुभति हो।
कार्यक़म में मुख्य वक्ता डॉ जया शिंदे ने अपने उदबोधन में कहा कि आज बच्चों में जीवन जीने के सलीके में बहुत बदलाव आ गया है आज बच्चे अपना जीवन अपने अंदाज में व्यतीत करना चाहता है इसमें किसी का हस्तक्षेप करना उसे बिल्कुल पसंद नही है इस जीवन जीने की कला में वह अपनी ज़िम्मेदारी से बचने का भी प्रयास कर रहा है इसका प्रतिकूल प्रभाव परिवार और समाज पर पड़ रहा है।हमे विशेषकर अभिभावकों और शिक्षकों का मार्गदर्शन बच्चों के जीवन जीने की शैली को बहुत हद तक प्रभावित करता है।हमे उनकी भावनाओं को ठेस नही पहुचाते हुवे परिवार, समाज और राष्ट्र के प्रति उनके दाईत्व के प्रति भी जागरूक करना होंगा।ऐसा नही करते है तो युवा पीढ़ी अपने जीवन और उनके दाईत्व के बारे में ज़िम्मेदार नही हो पायेंगे।
गरिमामय कार्यक़म में सांस्कृतिक कार्यक़म की एक से बढ़ कर एक प्रस्तुति दी गई। संस्था के प्रतिभावान बच्चों ने अपने मां के साथ संवेदना से भरपूर प्रस्तुति दे कर सभी की आंखे नम कर दी। कार्यक़म पश्चात पारितोषिक वितरण किया गया जिसमें भूमित आचार्य एवम ऐशवी रुनवाल प्रथम तथा मिसिका जैन व मानवी लोढ़ा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक़म का सफल संचालन मुक्ता भूरिया द्वारा किया गया व आभार प्रदर्शन श्री मति संध्या नायर द्वारा व्यक्त किया गया।
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