उत्कृष्ट मैदान पर सभा बाद झाबुआ में निकाली गई विषाल जन समर्थन रैली
कलेक्टोरेट परिसर में देष के प्रधानमंत्री के नाम बिल के जन समर्थन में कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
झाबुआ (मनीष कुमट) - देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लागू किए नागरिकता संषोधन बिल (सीएए) के समर्थन में 7 जनवरी, मंगलवार को दोपहर झाबुआ के उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर हजारों लोग एकत्रित हुए। यहां विशाल सभा होने के बाद शहर के मुख्य बाजारों से विशाल जन समर्थन रैली निकाली गई, जो शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए कलेक्टोरेट पहुंची। जहां देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम इस संषोधन बिल के समर्थन में ज्ञापन कलेक्टर प्रबल सिपाहा को सौंपा गया।
जिले के नागरिकों की ओर से किए गए इस आयोजन में शामिल होने हेतु उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर दोपहर 11.30 बजे से ही जिलेभर से लोगो की भीड़ जुटना शुरू हो गई थी। दोपहर करीब 1 बजे उत्कृष्ट मैदान पर हजारों की संख्या में युवा, बड़े, बच्चें, बुजुर्ग हर आयु सीमा के लोगों ने सहभागिता कर इसे ऐतिहासिक और भव्य बनाया। बाद यहां आयोजित सभा में सर्वप्रथम भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। तत्पष्चात् सभा में वक्ता के रूप में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के विभाग संगठन मंत्री निलेश सोलंकी, षिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रदेश संयोजक ओमजी शर्मा एवं ग्राम सेमलिया बड़ा से पधारे संत कानूजी महाराज उपस्थित रहे।
हमे देश की नागरिकता के लिए लड़ना होगा
सर्वप्रथम संबोधित करते हुए अभाविप के विभाग संगठन मंत्री निलेश सोलंकी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून देश के हर नागरिकों के लिए हितकारी है। यह कानून अल्ससंख्यक समुदाय जो पाकिस्तान, बांग्लादेष, अफगानिस्तान में रह रहे है, जिनमें हिन्दू, सिक्ख, पारसी समुदाय के लोग, जिन पर अत्याचार हो रहे है, उनके लिए हेै। आज इन देशो में हिन्दू, सिक्ख संप्रदाय के लोगों पर अत्याचार हो रहा है हमे देश की नागरिकता के लिए लड़ना होगा भारत देश में वर्तमान में रह रहे किसी भी व्यक्ति को नागरिकता संषोधन बिल से कोई भय नहीं है, यह बिल देश के सभी लोगों के लिए है।
आज पाकिस्तान, बांग्लादेष में हिन्दू, सिक्ख समुदाय के लोगों के साथ हो रहा अत्याचार
षिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रदेष संयोजक ओम शर्मा ने कहा कि यह समर्थन रैली भारत के हर नागरिक के पक्ष में है। हम किसी जाति, संप्रदाय का विरोध नहीं कर रहे है। हमे शरणार्थियों और घुसपेठियों में अंतर समझना होगा। पाकिस्तान, बांग्लादेष, अफगानिस्तान में जो अल्पसंख्यक लोग, जिसमें हिन्दू, सिक्ख एवं पारसी आदि समुदाय के लोग जो रहे हे एवं उन पर जो जुर्म हो रहा है, उन्हें भारत देष की नागरिकता देकर यहा विस्थापित करना ही नागरिकता संषोधन बिल (सीएए) है। 70 उत्कृष्ट मैदान पर सभा बाद झाबुआ में निकाली गई विषाल जन समर्थन रैली, कलेक्टोरेट परिसर में देष के प्रधानमंत्री के नाम बिल के जन समर्थन में कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
झाबुआ से मनीष कुमट एवं दौलत गोलानी की रिपोर्ट
झाबुआ। देष के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लागू किए नागरिकता संषोधन बिल (सीएए) के समर्थन में 7 जनवरी, मंगलवार को दोपहर झाबुआ के उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर हजारों लोग एकत्रित हुए। यहां विषाल सभा होने के बाद शहर के मुख्य बाजारों से विषाल जन समर्थन रैली निकाली गई, जो शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए कलेक्टोरेट पहुंची। जहां देष के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम इस संषोधन बिल के समर्थन में ज्ञापन कलेक्टर प्रबल सिपाहा को सौंपा गया।
जिले के नागरिकों की ओर से किए गए इस आयोजन में शामिल होने हेतु उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर दोपहर 11.30 बजे से ही जिलेभर से लोगो की भीड़ जुटना शुरू हो गई थी। दोपहर करीब 1 बजे उत्कृष्ट मैदान पर हजारों की संख्या में युवा, बड़े, बच्चें, बुजुर्ग हर आयु सीमा के लोगों ने सहभागिता कर इसे ऐतिहासिक और भव्य बनाया। बाद यहां आयोजित सभा में सर्वप्रथम भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। तत्पष्चात् सभा में वक्ता के रूप में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के विभाग संगठन मंत्री निलेश सोलंकी, षिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रदेष संयोजक ओमजी शर्मा एवं ग्राम सेमलिया बड़ा से पधारे संत कानूजी महाराज उपस्थित रहे।
हमे देश की नागरिकता के लिए लड़ना होगा
सर्वप्रथम संबोधित करते हुए अभाविप के विभाग संगठन मंत्री निलेश सोलंकी ने कहा कि नागरिकता संषोधन कानून देश के हर नागरिकों के लिए हितकारी है। यह कानून अल्ससंख्यक समुदाय जो पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान में रह रहे है, जिनमें हिन्दू, सिक्ख, पारसी समुदाय के लोग, जिन पर अत्याचार हो रहे है, उनके लिए हेै। आज इन देषों में हिन्दू, सिक्ख संप्रदाय के लोगों पर अत्याचार हो रहा है, यह बिल उन्हें भारत देश में नागरिकता देने का है। हमे देष की नागरिकता के लिए लड़ना होगा। आज जेएनयू में जो देष विरोधी नारे लगाए जा रहे है एवं जो गुंडा गर्दी हो रहीं है, इसकी आग विपक्ष ने लगाई है। भारत देश में वर्तमान में रह रहे किसी भी व्यक्ति को नागरिकता संषोधन बिल से कोई भय नहीं है, यह बिल देश के सभी लोगों के लिए है।
आज पाकिस्तान, बांग्लादेष में हिन्दू, सिक्ख समुदाय के लोगों के साथ हो रहा अत्याचार शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रदेश संयोजक ओम शर्मा ने कहा कि यह समर्थन रैली भारत के हर नागरिक के पक्ष में है। हम किसी जाति, संप्रदाय का विरोध नहीं कर रहे है। हमे शरणार्थियों और घुसपेठियों में अंतर समझना होगा। पाकिस्तान, बांग्लादेष, अफगानिस्तान में जो अल्पसंख्यक लोग, जिसमें हिन्दू, सिक्ख एवं पारसी आदि समुदाय के लोग जो रहे हे एवं उन पर जो जुर्म हो रहा है, उन्हें भारत देश की नागरिकता देकर यहा विस्थापित करना ही नागरिकता संषोधन बिल (सीएए) है। 70 साल से जो नहीं हो नहीं हो पाया, वह अब भारत देश में हुआ है। जिसका हम स्वागत करते है। ग्राम सेमलिया बड़ा से पधारे संत कानूजी महाराज ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में सभी से भारत माता एवं वंदे मातरम् के जयघोष लगाते हुए कहा कि अब हिन्दू संप्रदाय को डरना नहीं, अपने अधिकारों के प्रति लड़ना होगा। हमे अपने पांच तत्वों की रक्षा करना होगी। सभा का संचालन डाॅ. वैभव सुराना ने किया।
राष्ट्रीय ध्वज और श्री राम के झंडो के साथ निकाली गई विषाल समर्थन रैली
बाद उत्कृष्ट विद्यालय मैदान से भारत माता ओर वंदे मातरम् के जयघोष के साथ राष्ट्रीय ध्यज तिरंगा और भगवान श्री राम के ध्वज के साथ नागरिकता संषोधन अधिनियम (सीएए) के समर्थन में विशाल रैली निकाली गई। जिसका नेतृत्व आगे उक्त वक्ताओं ने ही किया। रैली में हजारों की संख्या में युवा, बच्चें, बड़े, बुजुर्गों हर आयु सीमा के लोगो की सहभागिता रहीं। रैली में झाबुआ शहर के अलावा, थांदला, पेटलावद से भी हजारों की संख्या में लोगों ने, विषेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने सहभागिता कर इस रैली को विशाल एवं ऐतिहासिक बनाया। रैली करीब एक किमी लंबी रहीं। इसका एक छोर जहां राजवाड़ा पर रहा था, तो दूसरा उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर रहा। यह महारैली शहर के सज्जन रोड़, बस स्टेंड गांधी चैराहा, मेन बाजार, थांदला गेट, बाबेल चैराहा, आजाद चैक, श्री गौवर्धननाथ मंदिर तिराहा, नेहरू मार्ग, डीआरपी लाईन तिराहा होते हुए कलेक्टोरेट पहुंची।
देष के प्रधानमंत्री के नाम समर्थन ज्ञापन सौंपा
जहां कलेक्टोरेट परिसर में ही देष के प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन कलेक्टर प्रबल सिपाहा को सौंपा गया। ज्ञापन का वाचन क्षेत्रीय सांसद गुमानिसंह डामोर ने किया। जिसमें उल्लेख किया गया कि भारत की जनता द्वारा चुनी गई केंद्र सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सराहनीय कार्य कर रहीं है। स्वतंत्रता के बाद इस देष के लोकतंत्र का मंदिर कहे जाने वाले संसद से अनेक ऐतिहासिक बिल पारित हुए है। जिनसे आज भी भारत की सांस्कृतिक धरोहर एवं वैष्विक दर्षन की जड़े दृढ़ता से भारतीय लोकतंत्र में, जन मानस में जकड़ी हुई है और वर्तमान नागरिकता संषोधन अधिनियम इस सांस्कृतिक धरोहर और हमारे दर्षन को ओर अधिक सुदृढ़ करने वाला एवं संरक्षण देने वाला कानून है। इस कानून का झाबुआ की जनता स्वागत करती है और इसके समर्थन में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
यह कानून अन्य देषों के पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देता है
ज्ञापन में आगे कहा गया कि विष्व कल्याण की कामना करने वाला भारत यदि इस्मालिक देषों (पाकिस्तान, बांग्लादेष, अफगानिस्तान) से धार्मिक प्रताड़ता सहकर आए हुए पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देता है तो यह हमारी प्राचीन संस्कृति एवं विषाल ह्रदय को दर्षाता है। स्वतंत्रता के समय गांधीजी समेत तात्कालिक सभी नेताओं द्वारा अल्पसंख्यकों को स्वदेष लोटने एवं स्वीकार करने का किया गया वादा, जो स्वपन की तरह उन पीड़ितों के सामने था, इस कानून से अब वह साकार होने जा रहा है। भारत देश की संस्कृति एवं परंपरा, विचारधारा अलग-अलग हो सकती है, लेकिन सभी का सार एक ही है और इसी को प्रदर्षित कर एवं इसका प्रतिनिधित्व करने वाले भारत के लोग नागरिकता संषोधन कानून का स्वागत करते है। ज्ञापन में मांग की गई कि इस ऐतिहासिक कानून पर भ्रम फैला कर भय का माहौल पैदा करने वाले वर्ग को चिन्हित कर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएं।
भारी पुलिस बल रहा तैनात
उधर इस विषाल आयोजन को लेकर जिला प्रषासन एवं पुलिस प्रषासन की ओर से भी सुरक्षा के चाॅक-चैबंद इतंजाम किए गए। जिला प्रशासन से एसडीएम डाॅ. अभयसिंह खराड़ी, नायब तहसीलदार आदि ने मोर्चा संभाला। वहीं पुलिस प्रशासन की ओर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय डावर, एसडीओपी झाबुआ इडल मोर्य, थाना प्रभारी झाबुआ सुरेन्द्रसिंह गाडरिया आदि ने पुलिस व्यवस्था की कमान संभाली। सभा, रैली एवं ज्ञापन के दौरान हर जगह-जगह भारी पुलिस बल पूरी सुरक्षा के साथ तैनात एंव मौजूद रहा। वह अब भारत देष में हुआ है। जिसका हम स्वागत करते है। ग्राम सेमलिया बड़ा से पधारे संत कानूजी महाराज ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में सभी से भारत माता एवं वंदे मातरम् के जयघोष लगाते हुए कहा कि अब हिन्दू संप्रदाय को डरना नहीं, अपने अधिकारों के प्रति लड़ना होगा। हमे अपने पांच तत्वों की रक्षा करना होगी। सभा का संचालन डाॅ. वैभव सुराना ने किया।
राष्ट्रीय ध्वज और श्री राम के झंडो के साथ निकाली गई विषाल समर्थन रैली
बाद उत्कृष्ट विद्यालय मैदान से भारत माता ओर वंदे मातरम् के जयघोष के साथ राष्ट्रीय ध्यज तिरंगा और भगवान श्री राम के ध्वज के साथ नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के समर्थन में विशाल रैली निकाली गई। जिसका नेतृत्व आगे उक्त वक्ताओं ने ही किया। रैली में हजारों की संख्या में युवा, बच्चें, बड़े, बुजुर्गों हर आयु सीमा के लोगो की सहभागिता रहीं। रैली में झाबुआ शहर के अलावा, थांदला, पेटलावद से भी हजारों की संख्या में लोगों ने, विषेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने सहभागिता कर इस रैली को विषाल एवं ऐतिहासिक बनाया। रैली करीब एक किमी लंबी रहीं। इसका एक छोर जहां राजवाड़ा पर रहा था, तो दूसरा उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर रहा। यह महारैली शहर के सज्जन रोड़, बस स्टेंड गांधी चैराहा, मेन बाजार, थांदला गेट, बाबेल चैराहा, आजाद चैक, श्री गौवर्धननाथ मंदिर तिराहा, नेहरू मार्ग, डीआरपी लाईन तिराहा होते हुए कलेक्टोरेट पहुंची।
देष के प्रधानमंत्री के नाम समर्थन ज्ञापन सौंपा
जहां कलेक्टोरेट परिसर में ही देष के प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन कलेक्टर प्रबल सिपाहा को सौंपा गया। ज्ञापन का वाचन क्षेत्रीय सांसद गुमानिसंह डामोर ने किया। जिसमें उल्लेख किया गया कि भारत की जनता द्वारा चुनी गई केंद्र सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सराहनीय कार्य कर रहीं है। स्वतंत्रता के बाद इस देष के लोकतंत्र का मंदिर कहे जाने वाले संसद से अनेक ऐतिहासिक बिल पारित हुए है। जिनसे आज भी भारत की सांस्कृतिक धरोहर एवं वैष्विक दर्षन की जड़े दृढ़ता से भारतीय लोकतंत्र में, जन मानस में जकड़ी हुई है और वर्तमान नागरिकता संशोधन अधिनियम इस सांस्कृतिक धरोहर और हमारे दर्षन को ओर अधिक सुदृढ़ करने वाला एवं संरक्षण देने वाला कानून है। इस कानून का झाबुआ की जनता स्वागत करती है और इसके समर्थन में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
यह कानून अन्य देषों के पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देता है
ज्ञापन में आगे कहा गया कि विष्व कल्याण की कामना करने वाला भारत यदि इस्मालिक देषों (पाकिस्तान, बांग्लादेष, अफगानिस्तान) से धार्मिक प्रताड़ता सहकर आए हुए पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देता है तो यह हमारी प्राचीन संस्कृति एवं विषाल ह्रदय को दर्षाता है। स्वतंत्रता के समय गांधीजी समेत तात्कालिक सभी नेताओं द्वारा अल्पसंख्यकों को स्वदेष लोटने एवं स्वीकार करने का किया गया वादा, जो स्वपन की तरह उन पीड़ितों के सामने था, इस कानून से अब वह साकार होने जा रहा है। भारत देष की संस्कृति एवं परंपरा, विचारधारा अलग-अलग हो सकती है, लेकिन सभी का सार एक ही है और इसी को प्रदर्षित कर एवं इसका प्रतिनिधित्व करने वाले भारत के लोग नागरिकता संषोधन कानून का स्वागत करते है। ज्ञापन में मांग की गई कि इस ऐतिहासिक कानून पर भ्रम फैला कर भय का माहौल पैदा करने वाले वर्ग को चिन्हित कर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएं।
भारी पुलिस बल रहा तैनात
उधर इस विषाल आयोजन को लेकर जिला प्रषासन एवं पुलिस प्रषासन की ओर से भी सुरक्षा के चाॅक-चैबंद इतंजाम किए गए। जिला प्रषासन से एसडीएम डाॅ. अभयसिंह खराड़ी, नायब तहसीलदार आदि ने मोर्चा संभाला। वहीं पुलिस प्रषासन की ओर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय डावर, एसडीओपी झाबुआ इडल मोर्य, थाना प्रभारी झाबुआ सुरेन्द्रसिंह गाडरिया आदि ने पुलिस व्यवस्था की कमान संभाली। सभा, रैली एवं ज्ञापन के दौरान हर जगह-जगह भारी पुलिस बल पूरी सुरक्षा के साथ तैनात एंव मौजूद रहा।
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