उंचाईयों को छुने के लिये सोचने का पेमाना व्यापक हो - डा. विक्रांत भुरिया | Uchaiyo ko chhune ke liye sochne ka pemana vyapak ho

उंचाईयों को छुने के लिये सोचने का पेमाना व्यापक हो - डा. विक्रांत भुरिया 

उंचाईयों को छुने के लिये सोचने का पेमाना व्यापक हो - डा. विक्रांत भुरिया

पिटोल (अली असगर बोहरा) - कन्या हायर सेकेण्डरी स्कुल पिटोल के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के रंगारंग कार्यक्रम में रंगे मुख्य अतिथि विक्रांत भुरिया ने छात्राओं के साथ डीजे पर बज रहे आदिवासी संस्कृति के लोक गीतों पर छात्राओं के साथ कदमताल करते हुवे समापन समारोह के कार्यक्रम को आनन्दित व उल्लासित किया। समापन कार्यक्रम में अपने मुख्य आतिथ्य में संबोधित करते हुवे भुरिया नें कहा उंचाईयों को छुने के लिये अपने सोचने का पैमाना बढाऐं आप बडी से बडी उपलब्धी हांसिल कर सकते है। विद्यालय में व्याप्त समस्याओं को हल करने के लिये विक्रांत नें कहा कि जल्द ही भवन, पानी, व स्कुल स्टाॅफ जैसी समस्याओं से छात्राओं को दो चार नहीं होना पडेगा।

उंचाईयों को छुने के लिये सोचने का पेमाना व्यापक हो - डा. विक्रांत भुरिया

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति शांति डामोर, विशेष अतिथि काना गुंडिया व निर्भयसिंह ठाकुर नें भी अपने विचार रखे। इसके पुर्व अतिथियों द्वारा माॅ सरस्वति के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर माल्यार्पण किया। विद्यालय परिवार द्वारा अतिथियों का पुष्पमाला व बैच लगाकर स्वागत किया। विद्यालय की प्राचार्य श्रीमति सविता गुप्ता नें शाला का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत कर गतिविधियों से अवगत कराते हुवे समस्याओं से संबंधित मांगें रखी।

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