सरकार कानून बनाकर हमें बांटने का काम कर रही है
बड़वानी (शकील मंसूरी) - देश में आए नागरिक संशोधन कानून के विरोध में सोमवार को बड़ी संख्या में आदिवासी दलित और मुस्लिम विभिन्न समाजिक संगठनों के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए इन्होंने राजघाट रोड स्थिति मंडी से रैली निकालकर जो शहर के प्रमुख मार्गो से होते हुए झंडा चौक पहुंची इसके बाद यहां पर सभा का आयोजन किया गया जो शाम करीब 5:00 बजे तक चलती रही रैली और सभा आयोजित कर इन्होंने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर एनपीआर राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर एनआरसी का भी विरोध किया नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेघा पाटकर ने कहा कि नागरिक संशोधन कानून धर्म के आधार पर लाया गया है इस देश में मुस्लिम ने भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है ऐसे कानून लाकर सरकार हमें धर्म और जातियों में बांटने का काम कर रही है पाटकर ने कहा कि लोगों के ऐसे बांटकर सरकार सारी संपदा उद्योगपतियों को देने में लगी हुई है हम इसका विरोध करते हैं और मांग करते हैं कि इस कानून को लागू न किया जाए जागृति आदिवासी दलित संगठन की नेत्री माधुरी बहन ने कहा कि धर्म के आधार पर जो कानून लाया गया है हम उसका विरोध कर रहे हैं उन्होंने पीड़ितों को यहां लाने की बात कर रहे हैं
सबसे ज्यादा पीड़ित तो रोहिगया है नेहा शरण देना चाहिए माधुरी बहन ने कहा कि देश के एनआरसी करवाने में एक लाख करोड़ रुपए तक खर्च हो जाएंगे हम कभी शिक्षा स्वास्थ्य बेरोजगारी की बात करते हैं तो सरकार रुपए नहीं होने की बात करती है बुनियादी सुविधा देने के बजाय ऐसे कानून लाकर सरकार लोगों के साथ धोखा कर रही है योगेंद्र यादव ने कहा कि देश में पीएम लोगों को कपड़ों से पहचान लेते हैं सीएम को लोगों की टोपी और हिजाब नजर आते हैं इस सभा में सभी तिरंगा लहरा रहे हैं पीएम को नहीं दिखाई देना उन्होंने कहा कि यह कानून सिर्फ एक नीरज से लाया गया है इसका मकसद देश के हिंदू और मुस्लिमों को दो फाड़ करना है इस देश में जिनके पुरखों का खून इस मिट्टी में मिला हुआ है वह यहां के मकान मालिक है किराएदार नहीं हम इस कानून के खिलाफ हम सब डटकर खड़े हुए हैं
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