डीजल व टोल शुल्क बचाने के चक्कर मे रात्रि को जोखिम भरे मार्ग से गुजर रही है लग्जरी बसे | Diesel va toll shulk bachane ke chakkar main ratri ko jokhim bhare

डीजल व टोल शुल्क बचाने के चक्कर मे रात्रि को जोखिम भरे मार्ग से गुजर रही है लग्जरी बसे

डीजल व टोल शुल्क बचाने के चक्कर मे रात्रि को जोखिम भरे मार्ग से गुजर रही है लग्जरी बसे

गुजरी (मुकेश सोडानी) - रोजाना रात्रि में खरगोन, खंडवा, सेंधवा से अहमदाबाद (गुजरात) के बीच चलने वाली लग्जरी बसों के मालिक चंद रुपयों के डीजल व टोल शुल्क बचाने के चलते सेकड़ो यात्रियों की जान जोखिम में डाल रहे है । बता दे कि इन दिनों अहमदाबाद (गुजरात) जाने वाली बसे धार रोड़ से आना-जाना कर रही है । विरान  जंगली इलाका पूर्व में लूट का पर्याय बन चुका था । यहां पर कई यात्रियों के साथ घटनाएं घटित हो चुकी थी । जब धार रोड पर भारी वाहन और अन्य वाहन निकलते थे तब इस रोड पर आवाजाही होती थी । लेकिन जब से नया मार्ग बना है सबसे भारी वाहन क्षेत्र से नहीं गुजर रहे जो बसें चलती है वह दिन में चलती है अब रात में दस बजे के बाद भी गुजरात जाने वाले वाहन इस सुनसान जगह से अपने वाहन निकालकर दूरी बचाने के लिए ले जाते हैं । जो निश्चित रूप से जोखिम भरा है जबकि इन बस संचालकों ने मानपुर होकर गंतव्य जाना चाहिए वह चंद रुपये बचाने के चक्कर में यात्रियों की जान जोखिम में डालकर धार रोड़ से गुजर रही है ।

भारुंडपुरा घाट में सबसे अधिक हो चुकी है लूटपाट -

पूर्व में कई दोपहिया और चार पहिया वाहन चालकों के साथ भारुडपुरा क्षेत्र में लूटपाट एवं चोरी की छुटपुट घटनाएं हुई है लगातार हो रही घटनाओं से तंग आकर लोगों ने अपना मार्ग बदल दिया था । इस रोड पर आज भी रात में सफर करना जोखिम भरा है । 


रोजाना चार से पांच बसें गुजरती है -

एक ओर रात में धार रोड पर करीब चार से पांच बसे गुजरती है धार रोड़  निश्चित रूप से जोखिम भरा है लंबी दूरी की सफर करने वाली है बसे कुछ किमी की दूरी बचाने के लिए अब यात्रियों की जान जोखिम में डाल ही रहे है दुसरी ओर जिम्मेदारों द्वारा रात्रि का मार्ग नहीं बदला गया तो किसी ने किसी दिन इनके साथ सुनसान इलाके में हादसा होना निश्चित है ।

Post a Comment

Previous Post Next Post