बाकानेर टोल सिर्फ वसूली का सुविधाएं न के बराबर
धामनोद (मुकेश सोडानी) - खलघाट मनावर के बीच मात्र 42 किलोमीटर की दूरी पर एमपीआरडीसी द्वारा मेंटेनेंस के नाम पर लगाए गए भारी राशि का टोल शुल्क केवल टोल कंपनी द्वारा सिर्फ गाड़ी वालों से शुल्क वसूली की जा रही है टोल पर मेंटेनेंस के नाम पर कुछ भी नहीं है अब इस विषय मे लोगों की चुप्पी टूटी है धरमपुरी के समाजसेवी सुदामा सेन ने बताया कि यह रोड कई वर्षों से पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा बनाया गया है जो कि आज तक बहुत ही बढ़िया और अच्छी सर्विस में है इस रोड पर मेंटेनेंस के नाम पर भारी भरकम टोल शुल्क गाड़ी के ऊपर लादा गया है जो कि सिर्फ टोल कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए लगाया गया है इस पर मेंटेनेंस के नाम पर कुछ भी सुविधा नहीं है ना तो इनके पास गाड़ी वालों के लिए क्रेन की सुविधा उपलब्ध है ना ही एंबुलेंस है और ना ही यह रोड का मेंटेनेंस ठीक से करते हैं पूरे रोड पर कहीं भी संकेतक नहीं है और ना ही रोड के बीच में सफेद कलर की पट्टी चिन्हित है यहां तक कि पूरे 42 किलोमीटर के टोल रोड पर इनका एक भी इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर भी चिन्हित नहीं है और ना ही टोल टैक्स की रसीद पर इनका कोई हेल्पलाइन नंबर चिन्हित है ऊपर से दादागिरी गुंडागर्दी अलग दिखाते हैं
टोलकर्मी की मनमानी से वाहन चालक हो रहे परेशान
समाजसेवी सुदामा सेन का कहना है कि यह शुल्क जब कमर्शियल गाड़ियों से लिया जा रहा है तो बसे भी तो कमर्शियल की श्रेणी में आती है उनसे टोल शुल्क क्यों नहीं लिया जाता क्या ट्रक वाले मध्य प्रदेश सरकार को रोड टैक्स नहीं भरते हैं रोड टैक्स तो सभी भरते हैं परंतु सिर्फ लोडिंग वाहनों को ही टोल शुल्क क्यों चुकाना पड़ रहा है यह सरासर गलत है पूरे 42 किलोमीटर के टोल रोड पर यात्रियों के लिए ना तो यात्री प्रतिक्षालय बनाया है ना ही कहीं शौचालय की सुविधा दी है और ना ही ट्रक वालों के लिए कहीं ट्रक टर्मिनल बनाया गया है यह तो सिर्फ ट्रक वालों से खुली लूट कर रहे हैं लोगो ने जब एक क्षेत्रीय ट्रक ड्राइवर वसीम खान से बात की तो वसीम खान ने बताया कि यह टोल कंपनी वाले बहुत ही ज्यादा गुंडागर्दी करते हैं और अब तो इन्होंने ओवरलोड गाड़ियों से डबल टोल लेना शुरू कर दिया है जबकि ओवरलोड गाड़ियों का चालान करने का अधिकार आरटीओ डिपार्टमेंट का है यदि गाड़ी में माल ओवरलोड भरा है तो परिवहन अधिकारी उसका चालान कर सकता है परंतु यह टोल कंपनी वाले सिर्फ एक से लगाकर ओवरलोड लिख देते हैं और दुगना टोल वसूल करते हैं समाजसेवी सुदामा सेन ने बताया की पहले भी राज्य सरकार ने धामनोद से बड़वा के बीच में टोल लगाया था और खलघाट से खरगोन के बीच में भी टोल लगाया था परंतु क्षेत्रीय जनता के विरोध में उक्त दोनों टोलो को भी बंद करना पड़ा परंतु अधिकारियों की मिलीभगत से खलघाट मनावर टोल पर किसी भी प्रकार की कोई भी कार्रवाई आज तक किसी भी प्रशासन द्वारा नहीं की गई ट्रांसपोर्ट व्यवसाईयो ने बताया कि अगर हमें इस टोल से राहत नहीं मिलती है तो अब हम आगे तक की लड़ाई जारी रखेंगे और टोल टैक्स को बंद करवाएंगे क्योंकि यह टोल टैक्स सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार का स्वरूप है अतः हम पूरी कोशिश करेंगे की ट्रक चालकों को जल्द से जल्द राहत मिले
दोनों विधायकों से शिकायत करेंगे
सीमा क्षेत्र पर यह टोल धरमपुरी विधानसभा और मनार विधानसभा को जोड़ता है अब ट्रक चालकों ने बताया कि टोल कर्मियों की मनमानी की शिकायत धर्मपुरी विधायक पाची लाल मेड़ा और मनावर विधायक हीरालाल अलावा से भी की जाएगी क्योंकि कहीं न कहीं टोल कर्मियों की गुंडागर्दी से विधानसभा का नाम भी खराब हो रहा है लोगों को अपेक्षा है कि विधायक इस विषय में पहल कर इन टोल वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे
ये है गाइड लाइन
- टोल प्लाजा पर रेस्ट रूम बने होने चाहिए।
- आरओ प्लांट लगा होना चाहिएए जिससे वाहन चालकों को ठंडा पानी मिल सके।
- शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए और संकेतक लगे होने चाहिए।
- 50 किमी के अंतराल में एम्बुलेंस व क्रेन होनी चाहिए
- प्राथमिक उपचार की व्यवस्था होनी चाहिए लेकिन वस्थाएं कहीं से कहीं तक नहीं है
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