बच्चों को उच्च शिक्षा देने वाला सर्वप्रथम गुरु है उनके माता-पिता - आचार्य डॉ दिव्यानंद सुरीश्वरजी आचार्य महाराज साहब | Bachcho ko uchh shiksha dene wala sarvapratham guru hai unke mata pita

बच्चों को उच्च शिक्षा देने वाला सर्वप्रथम गुरु है उनके माता-पिता - आचार्य डॉ दिव्यानंद सुरीश्वरजी आचार्य महाराज साहब

प्रतिभा सम्मान पर्व में पूज्य गुरुदेव ने आतिथ्य प्रदान कर बच्चों को शुभहस्ते किया सम्मानित

बच्चों को उच्च शिक्षा देने वाला सर्वप्रथम गुरु है उनके माता-पिता - आचार्य डॉ दिव्यानंद सुरीश्वरजी आचार्य महाराज साहब

झकनावदा (राकेश लछेटा) - नगर के स्थानीय तेरापंथ सभा भवन में विराजमान राष्ट्रसंत आचार्य प्रवर डॉक्टर दिव्यानंद सुरीश्वर जी महाराज साहब (निराले बाबा) द्वारा नीम चौक झकनावदा  पुरानी पुलिस चौकी प्रांगण में महा मंगलिक का आयोजन रखा गया जिसमें समस्त समाज जनों ने बढ़ चढ़कर महा मंगलिक का लाभ लिया। साथ ही आचार्य प्रवर ने महा मंगलिक श्रमण करने से होने वाले फायदे को विस्तृत व में बताया कहा कि महा मांगलिक श्रमण करने से शरीर निरोगी काया बनता है साथ ही किसी भी प्रकार का दुख आधिव्याधि हम से कोसों दूर रहती है इसके साथ ही अगली महा मंगलिक रतलाम रोड सैलाना पर आयोजित की जाएगी जिसमें समस्त गुरु भक्तों को सैलाना पधार कर महा मंगलिक श्रमण करने की बात कही साथ ही बताया कि वर्ष भर में नव महा मंगलिक जो भक्त सुन लेता है वह अपने जीवन में कभी किसी प्रकार का दुख संकट नहीं सहता है। उक्त आयोजन के पश्चात दोपहर 2:00 बजे सरस्वती शिशु मंदिर झकनावदा में प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिसमें स्कूल संस्था द्वारा आयोजित सांस्कृतिक आयोजन में जिन बच्चों ने प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त किया था उनके सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें स्कूल प्राचार्य श्रीमती वीणा राठौर पूज्य आचार्य श्री से अपने स्कूल संस्था में पधारने की आगवानी की जिसके पश्चात पूज्य गुरुदेव ने विनती स्वीकार कर पुरस्कार प्रतिभा पर्व में अतिथि प्रदान किया जहां बच्चों को अपने गुरुओं का सम्मान करना माता पिता का सम्मान करना कभी झूठ नहीं बोलना और मस्ती कम करने की दिशा दिखाएं बताया कि जीवन में खेल का महत्व जरूरी तो है लेकिन हर संभव खेलना भी जरूरी नहीं है यदि आप पढ़ लिख जाओगे तो आगे चलकर आईएएस कलेक्टर एसपी तहसीलदार जैसी बड़ी पोस्ट हासिल करना वह अपने माता-पिता के साथ साथ सरस्वती शिशु मंदिर झकनावदा का भी नाम रोशन करना। जिसके बाद सांस्कृतिक आयोजन नाटक एक का नृत्य युगल नृत्य अन्य गतिविधियों में प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को राष्ट्रसंत दिव्यानंद सुरी स्वरजी आचार्य के शुभ हस्ते सिल्वर मेडल एवं प्रशंसा पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया जिसके बाद पूज्य गुरुदेव ने भारत माता की जय जय जवान जय किसान जय से नारे लगवाए। तत्पश्चात स्कूल स्टाफ एवं समिति द्वारा पूज्य गुरुदेव को कामली औराई गई।

यह थे उपस्थित

इस अवसर पर स्कूल संयोजक डॉ मोहन सिंह चौहान ,समिति अध्यक्ष पारस जैन ,उपाध्यक्ष शैतान मल कुमट, मनीष कुमट, अभय जैन, जयंतीलाल कोटडिया, शुभम कोटडिया, कुणाल कासवा, ऋषि कोटडिया, आचार्य अमन राठौर, नैना मिस्त्री, आरती मिस्त्री, ज्योति राव, हितेश्वरी दीदी सहित पूरा स्टाफ उपस्थित था। बात शाम 10:30 बजे कुछ गुरुदेव द्वारा प्रवचन का आयोजन रखा गया जिसके बाद माता रानी पद्मावती देवी की आरती के चढ़ावे बोले गए जिसमें बाबूलाल जी मनोहर लाल जी बोहरा परिवार द्वारा माता रानी की आरती का लाभ लिया गया।

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