04 जनवरी से प्रारंभ होगा बैहर में बैगा आलंपिक-2020
असम का बिहू, केरल का कलारीपयट्टू, राजस्थान का कालबेलिया नृत्य और एडवेंचर गेम्स रहेंगें आकर्षण का केन्द्र
बालाघाट (देवेन्द्र खरे) - बालाघाट जिले में निवास करने वाली विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा की संस्कृति एवं परंपराओं के संरक्षण एवं उनके विकास के लिए आगामी 04 से 06 जनवरी 2020 तक बैहर में बैगा आलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। तीन दिनों का यह आयोजन शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय बैहर के खेल मैदान में होगा। इस आयोजन को भव्य एवं आकर्षक स्वरूप प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे है। तीन दिनों के इस आयोजन में एडवेंचर गेम्स आकर्षण का केन्द्र रहेंगें। इसके साथ ही रात्री में प्रस्तुत किये जाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में असम राज्य का बिहू नृत्य, केरल राज्य से उत्पन्न युद्ध कला कलारीपयट्टू का केरल कलाकारों द्वारा प्रदर्शन एवं राजस्थान का कालबेलिया व भवई नृत्य प्रमुख आकर्षण रहेंगें।
बैगा आलंपिक बैहर में आने वाली महिला खिलाड़ियों के ठहरने के लिए उत्कृष्ट कन्या छात्रावास बैहर, कस्तुरबा कन्या छात्रावास, सीनियर कन्या छात्रावास में व्यवस्था की गई है। पुरूष खिलाड़ियों के लिए उत्कृष्ट छात्रावास, सीनियर छात्रावास, माडल स्कूल, कन्या माडल स्कूल जैन धर्मशाला में व्यवस्था की गई है। खिलाड़ियों के ठहरने के सभी स्थानों पर पानी, भोजन एवं सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं।
प्लास्टिक का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा
बैहर बैगा आलंपिक में प्लास्टिक का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। भोजन करने के लिए दोना-पत्तल का उपयोग किया जायेगा। इस आयोजन में खाद्य व्यंजनों के स्टाल लगाने वाले भी प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगें। चाय विक्रय करने वाले भी पेपर कप का इस्तेमाल करेंगें। नगर पंचायत को जिम्मेदारी दी गई है कि वह अलग-अलग स्थान पर डस्टबीन रखेगी और उसमें उपयोग के बाद दो-पत्तल रखे जायेंगे।
बिरवा में होंगें एडवेंचर गेम्स
बैहर बैगा आलंपिक में आम जनता एडवेंचर गेम्स के अंतर्गत हाट एयर बलून, बंजी जंपिंग, पैरासेलिंग, जिपलाईन, वाल क्लाईबिंग का आनंद उठा सकती है। एडवेंचर गेम्स के लिए बिरवा के मैदान का उपयोग किया जायेगा। आम जन इसमें निर्धारित शुल्क देकर एन साहसिक खेलों का आनंद ले सकते है।
विदेशी पर्यटकों को बैगा संस्कृति से परिचित कराया जायेगा
बैगा आलंपिक बैहर के इस आयोजन में कान्हा नेशलन पार्क के भ्रमण पर आने वाले विदेशी पर्यटकों को बैगा संस्कृति एवं परंपराओं से परिचित कराया जायेगा। इसके लिए पार्क के क्षेत्र में संचालित रिसोर्ट संचालकों से समन्वय कर विदेशी पर्यटकों को बैगा आलंपिक में लाने की व्यवस्था की गई है। इस आयोजन में विदेशी पर्यटकों को जमीन पर बैठाकर बैगा जनजाति के खाद्य व्यंजन, कोदो-कुटकी की खीर एवं अन्य सामग्री दोना–पत्तल में परोसी जायेगी। इस आयोजन में आने वाले विदेशी पर्यटकों का बैगा संस्कृति के अनुरूप पीले चावल का टीका लगाकर स्वागत किया जायेगा।
कंट्रोल से रखी जायेगी पूरे आयोजन पर निगरानी
तीन दिनों के इस आयोजन में सारी व्यवस्थाओं पर निगरानी रखने और समन्वय बनाने के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। इस आयोजन में मध्यप्रदेश के बालाघाट सहित मंडला, डिंडोरी, सिवनी, अनुपपुर, उमरिया, शहडोल, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव, कवर्धा जिलों के बैगा खिलाड़ी शामिल होंगें। बालाघाट जिले के सबसे अधिक 170 बैगा खिलाड़ी इस आयोजन में शामिल होंगें। तीन दिनों के इस आयोजन के दौरान रात्री में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा। इस आयोजन में शासकीय योजनाओं की जानकारी देने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी और स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य शिविर भी लगाया जायेगा। इस आयोजन में जिले के स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पाद भी बिक्री के लिए रखे जायेंगें। इस आयोजन में बैगा जनजाति के व्यंजनों के साथ बालाघाट जिले के पारंपरिक व्यजनों के स्टाल भी लगाये जायेंगें। कान्हा भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों को भी बैगा जनजाति के पारंपरिक खेलों एवं संस्कृति से अवगत कराने इस आयोजन में शामिल कराया जायेगा।
Tags
dhar-nimad