कड़कड़ाती ठंड की जद में आया झाबुआ, शीत लहरो ने लोगों को दुबकाया | Kadakti thand ki jad main aya jhabua
कड़कड़ाती ठंड की जद में आया झाबुआ, शीत लहरो ने लोगों को दुबकाया
28 दिसंबर को अभी तक का सबसे कम न्यूनतम तापमान 5.4 डि.से. रहा
कलेक्टर ने स्कूल-आंगनवाड़ी केंद्रों का बदला समय
झाबुआ (अली असगर बोहरा) - शहर में शीत लहरों का प्रकोप यकायक बढ़ गया है। जिससे अब लोगों को कड़ाके की ठंड महसूस होने लगी है। इस ठंड में लोगों के ना केवल दांत किट-किटा रहे है, अपितु पूरा शरीर ही ठंड के मारे धूज रहा है। दोपहर में भी शीत लहरे चलने से लोगों को ऊनी वस्त्र पहनकर ही बाजारों में निकलना पड़ रहा है तो उधर कड़कड़ती ठंड को देखते हुए जिला प्रषासन की ओर स्कूलों में सुबह की शिफ्ट में पढ़ने वाले बच्चों के समय में भी परिवत्र्रन किया गया है। इन दिनों ठंड की चपेट में ना केवल झाबुआ शहर संपूर्ण जिला होकर कड़ाके की ठंड जिलेवासियों को महसूस हो रहीं है। क्रिसमस पर्व से ही जैसे ठंडी हवाएं चलने लगी है। पेड़ों और वृक्षों की शाखाएं तथा डालियां हिलने के साथ मौसम विभाग के अनुसार देश के कई हिस्सों में बर्फबारी का असर भी यहां पड़ रहा है। शहर में उत्तरी-पष्चिमी हवाएं तेजी से चल रही है, जो ठंड का यकायक बढ़ा रहीं है और लोगों को घरों में ही दुबकने को मजबूर कर रहीं है।
30 दिसंबर से सुबह 9 बजे से स्कूल एवं आंगनवाड़ी केंद्रों का संचालन
यूं तो सभी स्कूलों में अभी 29 दिसंबर तक की छुट्टी है, लेकिन 30 दिसंबर, सोमवार से कलेक्टर प्रबल सिपाहा ने आदेष जारी करते हुए जिले के समस्त शासकीय, अर्द्धशासकीय, केंद्रीय, सीबीएसई संबंद्ध विद्यालयों के विद्यार्थियों एवं आंगनवाड़ी केंद्रो के बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना के दृष्टिगत रखते हुए प्रातःकालीन संचालित विद्यालयों एवं समस्त आंगनवाड़ी केंद्रो का संचालन का समय आगामी आदेश पर्यन्त तक सुबह 9 बजे से नियत कर दिया है।
पहली बार रहा न्यूनतम 5.4 डिसे तापमान नगर में इस वर्ष शीत ऋतु में प्रथम बार 28 दिसंबर, शनिवार को न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री सेल्सियस रहा, इससे कड़कड़ाती ठंड का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है वहीं इस दिन अधिकतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी प्रकार 29 दिसंबर, रविवार को न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री एवं अधिकतम 25 डिग्री सेल्सियस डिग्री सेल्सियस रेकार्ड हुआ है।
रबी फसलों में पड़ सकता है पाला चिकित्सकों के अनुसार इस मौसम में लोगों को अपने स्वास्थ्य पर विषेष ध्यान दिए जाने की आवष्यकता है। विषेशकर बच्चों में सर्दी-जुखाम, बुखार के साथ मलेरिया का प्रकोप भी बढ़ सकता है। इसके लिए उनके सेहत का विषेश ध्यान रखा जाना जरूरी है। वहीं उन्हंे ठंड से बचाने के प्रयास भी किए जाना चाहिए कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार वर्तमान में पड़ रहीं अधिक ठंड का असर रबी फसलों पर भी विपरित प्रभाव डाल सकता है। ऐसे मौसम में फसलों में पाला पड़ने की संभावना बढ़ जाती है।
नगरपालिका ने अब तक नहीं जलाए अलाव
उधर कड़ाके की ठंड के बावजूद भी नगरपालिका की ओर से शहर के मुख्य बाजारों में अब तक अलाव नही जलाया जाना घोर लापरवाही को उजागर करता है। दिसंबर माह समाप्त होने का आ गया हे, लेकिन स्थानीय प्रशासन के मुख्य बाजारों और तिराहो-चोराहों पर अलाव नही जलाने से मजबूरन में राह चलते एवं दिनदहाड़ी लोगों को कागज और पन्नीयों से अलाव जलाकर कड़ाके की ठंड से निजात पाने के प्रयास करना पड़ रहे है, जबकि नपा को इसके लिए उच्च स्तर से हर वर्ष बजट भी प्राप्त होता है।
शीघ्र ही अलाव जलाने का कार्य होगा आरंभ
इस संबंध में नगरपालिका सीएमओ एलएस डोडिया से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि फिलहाल लकड़ियों की व्यवस्था नहीं हो पाने से दिक्कत आ रहीं है। शीघ्र ही आरा मषीन या अन्य माध्यमों से लकड़ियों की व्यवस्था कर शहर के प्रमुख स्थानों-चैराहों पर अलाव जलाने का कार्य आरंभ करवा दिया जाएगा।
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