रात 12 बजे कैथोलिक चर्च प्रांगण में मनाया गया बालक येशूजी का जन्मोत्सव
समाजजनों ने की विशेष प्रार्थना
झाबुआ (अली असगर बोहरा) - क्रिसमस पर्व पर 24 दिसंबर, मंगलवार देर शाम से शहर मे मेला लगा। मेले में झूले-चकरी उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर लगे, वहीं दुकाने उत्कृष्ट मैदान, सज्जन रोड़, जिला चिकित्सालय मार्ग, मेन बाजार, टाऊन हाॅल परिसर एवं बस स्टेंड के पीछे भी कुछ दुकाने सजी। मेले में हजारों की संख्या में प्रथम दिन शहर के साथ विषेश रूप से ग्र्रामीण क्षेत्रों के महिला-पुरूष, युवा एवं बच्चो ने पहुंचकर जमकर आनंद लिया। रात 11.30 बजे से कैथोलिक चर्च प्रांगण में बालक येशुजी का जन्मोत्सव कार्यक्रम आरंभ हुआ। ठीक 12 बजे चर्च के घंटों के बीच फा. माईकल मकवाना से सैकड़ों की संख्या में उपस्थित इसाई समाजजनों को विषेष प्रार्थना करवाई।
ज्ञातव्य रहे कि क्रिसमस का मेला शहर में 24 दिसंबर से आरंभ होकर 27 से 28 दिसंबर तक चलता है। प्रथम दिन विषेशकर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग मेले में पहुंचकर झूले-चकरी का आनंद लेने के साथ खरीददारी करते है। मंगलवार देर शाम करीब 6.30 बजे से शहर में आसपास के क्षेत्रांे से ग्रामीणजनों का बड़ी संख्या में आना आरंभ हो गया था और रात करीब 8.30 बजे बाद मेले में खचाखच भीड़ हो गई, जो रात करीब 11.30 बजे तक जमी रहीं।
उत्कृष्ट मैदान पर खचाखच भीड़
मेले में झूले-चकरी उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर सजने से यहां खचाखच भीड़ रहीं। प्रतिवर्ष राजस्थान से झाबुआ आकर झूले-चकरी लगाने वाले ठेकेदार गफफारभाई ने बताया कि उनके द्वारा मेला स्थल पर बड़ा झूला, नांव झूला बड़ा एवं छोटा, राकेट झूला, ब्रेक डांस, मौत का कुआं, आदिवासियों के प्रिय झूले के साथ बच्चों के लिए ट्रेन, जंपिंग झूला, एरोप्लेन, मोटरसाइ्रकिल, हाथी झूला, स्वीमिंग पुल आदि लगाए गएं। जादूई-शो 25 दिसंबर से आरंभ होगा, इन झूले-चकरियों का लोगों ने जमकर लुत्फ उठाया। दुकाने मैदान के साथ सज्जन रोड और जिला चिकित्सालय मार्ग श्रृंगार, कपड़ों, बच्चों के मनोरंजन, खिलौनों के साथ 50 से अधिक दुकाने सजी, जहां भी सैकड़ों लोगों ने पहुंचकर खरीददारी की।
रात 11 बजे से पुलिस ने बंद करवाना शुरू किए झूले एवं दुकाने
मेला स्थल उत्कृष्ट उमा विद्याल मैदान पर पुलिस थाना झाबुआ की ओर से थाना प्रभारी सुरेन्द्रसिंह गाड़रिया के नेतृत्व में पुलिस सहायता केंद्र भी स्थापित किया गया, ताकि किसी भी प्रकार की कोई घटना होने परतत्काल उससे निपटा जा सके। इसके साथ ही पूरे मेले में ही पुलिस की चाॅक-चैबंद व्यवस्था दिखाई दी। चूंकि संपूर्ण देश के साथ झाबुआ शहर में भी धारा 144 लागू होने से पुलिस ने रात 11 बजे से मेले में झूले-चकरी एवं दुकाने बंद करवाना शुरू कर दी। इस तरह से करीब 12 बजे तक पूरे मेले को बंद करवा दिया गया।
बालक येषूजी सजी सुंदर झांकी
जिला चिकित्सालय मार्ग चर्च परिसर के सामने ग्रामीणों के समूह ने, जिसमें विषेषकर युवाओं ने ढोल-मांदल पर जमकर नृत्य करते हुए कुर्राटियां मारी एवं क्रिमसस पर्व का उल्लास बिखरने के साथ खुषियां मनाई। वहीं चर्च परिसर के अंदर क्रिसमस की सुंदर झांकी भी सजी। जिसमें बालक येषूजी के जन्म का सुंदर चित्रण किया गया। सुंदर एवं विद्युत सज्जा से जगमगम झांकी के यहां सैकड़ों लोगों ने पहुंचकर दर्शन किए एवं झांकी को निहारा।
संगीत की प्रस्तुति के बीच मनाया बालक येषूजी का जन्मोत्सव रात 11.30 बजे से कैथोलिक चर्च प्रांगण में इसाई समाजजनों द्वारा बालक येषूजी का जन्मोत्सव मनाया गया। जिसके अंतर्गत सर्वप्रथम मुख्य फा. माईकल मकवाना, पीआरओ फा. राॅकी शाह एवं अन्य फादरगणों द्वारा मंच पर पहुंचकर जन्मोत्सव की विधि आरंभ की गई। फा. माईकल मकवाना ने बालक येषूजी के जन्म के संदेश का अलग-अलग वाचन कर क्रिमसस पर्व के महत्व को भी प्रतिपादित किया। रात 12 बजे घंटे बजने के साथ विषेष प्रार्थना हुई। विषेश प्रार्थना फा. माईकल मकवाना ने संपन्न करवाई। इस बीच बेंजामिन निनामा, युवा आनंद खड़िया, बंटी सिंगार, लेवनार्ड वसुनिया, श्रीमती रोशनी डोडियार आदि दल द्वारा सुंदर संगीतमय गीत प्रस्तुत किए गए। प्रार्थना सभा में सैकड़ों की संख्या में समाज के महिला-पुरूष, युवा, बच्चें एवं बुजुर्ग शामिल हुए। प्रार्थना बाद सभी को परम प्रसाद का वितरण किया गया। बाद गोैशाला सजाओं प्रतियोगिता में विजेता रहे समाज के लोगों का शाल ओढ़ाकर सम्मान किया। मिस्सा की आषीष एवं बालक येषजी को चुंबन करने के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। सभी के प्रति आभार फा. प्रताप बारिया ने माना। इस दौरान पूरा चर्च परिसर आकर्षक विद्युत सज्जा से भी जगमग हुआ।