गांगुलपारा जलाशय में 01 नवंबर से प्रारंभ होगी बोटिंग की सुविधा | Gangulpara jalasay main 1 november se prarambh hogi boating

गांगुलपारा जलाशय में 01 नवंबर से प्रारंभ होगी बोटिंग की सुविधा
     
गांगुलपारा जलाशय में 01 नवंबर से प्रारंभ होगी बोटिंग की सुविधा

बालाघाट (देवेंद्र खरे) - बालाघाट जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांगुलपारा जलाशय में आगामी 01 नवंबर से बोटिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। इसके साथ ही मछुआ सहकारी समिति सुरवाही को गांगुलपारा जलाशय में पर्यटन एवं बोटिंग के लिए आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए 05 फुड स्टाल लगाने की मंजूरी भी दी गई है। कलेक्टर श्री दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रजनी सिंह, वनमंडलाधिकारी डॉ अब्दुल अलीम अंसारी ने आज 26 अक्टूबर को गांगुलपारा जलाशय पर मछुआ सहकारी समिति के सदस्यों से विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर वन विभाग के एसडीओ श्री अमित पटौदी एवं ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला प्रबंधक श्री ओमप्रकाश बेदुआ भी मौजूद थे।
     
गांगुलपारा जलाशय में मत्स्‍य पालन करने वाली 120 सदस्यों की मछुआ सहकारी समिति सुरवाही को जलाशय के भ्रमण पर आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए 5 स्थानों पर फुड स्टाल लगाने की मंजूरी दी गई है। समिति के सदस्यों को मछलियों के व्यजंन तैयार करने का प्रशिक्षण भी दिलाया जा रहा है। जिससे फुड स्‍टाल पर पर्यटकों को उनकी पसंद के अनुसार ताजी मछलियों के व्यजंन खाने को मिल सकेगें। मछुआ सहकारी समिति के कुछ सदस्यों को गोवा भेज कर बोटिंग एवं सुरक्षा के संबंध में प्रशिक्षण दिलाया गया है। इस समिति को चार पेडल बोट एवं लाईफ जैकेट उपलब्ध कराये गये है। जिससे वह जलाशय में पर्यटकों को पूरी सुरक्षा के साथ बोटिंग करा सकेगें।
     
गांगुलपारा जलाशय पर मछुआ सहकारी समिति के कार्यालय तक सड़क का निर्माण भी कराया जा रहा है। जिससे पर्यटक आसानी से जलाशय तक पहुंच सकेंगें। गांगुलपारा जलाशय पर आने वाले पर्यटकों से वन सुरक्षा समिति गांगुलपारा द्वारा प्रवेश शुल्क भी लिया जायेगा। गांगुलपारा जलाशय की पार पर पर्यटक साईकिल से भ्रमण कर सकें इसके लिए किराये पर साईकिल भी उपलब्ध रहेंगी।
     
बालाघाट से बैहर रोड पर बालाघाट से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ों के नीचे घने जंगलों के बीच बना गांगुलपारा जलाशय मन को लुभाने वाला एक आकर्षक स्थल है। इस जलाशय का प्राकृतिक वातावरण कश्मीर एवं देश के अन्य पर्यटन स्थलों से कहीं भी कम नहीं है। गांगुलपारा जलाशय पर पर्यटन गतिविधियों के बढ़ने से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगें और उनका जीवन स्तर बेहतर बनेगा। बालाघाट जिला प्रशासन गांगुलपारा जलाशय पर पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।

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