अष्टमी पर नगर पूजा का हुआ आयोजन जिलाधीश शशांक मिश्रा ने 300 लीटर शराब की लगाई धारा | Ashtami pr nagar pooja ka hua ayoja

अष्टमी पर नगर पूजा का हुआ आयोजन जिलाधीश शशांक मिश्रा ने 300 लीटर शराब की लगाई धारा

अष्टमी पर नगर पूजा का हुआ आयोजन जिलाधीश शशांक मिश्रा ने 300 लीटर शराब की लगाई धारा

उज्जैन (दीपक शर्मा) - शारदीय नवरात्रि महापर्व की अष्टमी तिथि पर शहर के माता मंदिरों में शासकीय पूजा का आयोजन प्रतिवर्ष परंपरानुसार किया जाता है। सुबह कलेक्टर शशांक मिश्र ने चौबीस खंबा माता मंदिर पहुंचकर पूजन अर्चन व शराब की धार लगाकर माता की आराधना की और इसके बाद शुरू हुई शराब की अटूट धार के साथ नगर पूजन की यात्रा।

यह है परंपरा शहर में हरसिद्धि, भूखी माता, गढ़कालिका, चौबीस खंबा, नगरकोट सहित कुल 27 किलोमीटर की परिधि में करीब 64 माता मंदिर स्थित हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार राजाओं के समय से माता मंदिरों में शासकीय पूजन की परंपरा है।

इसी का अनुसरण करते हुए प्रतिवर्ष नवरात्रि की अष्टमी तिथि को माता पूजन का आयोजन किया जाता है। चौबीस खंबा माता मंदिर में पूजन के बाद कोटवार हाथ में तांबे का घड़ा लेकर चलता है। घड़े में एक छेद किया जाता है और उसमें भरी शराब की धार अनवरत बहती रहती है।

300 लीटर शराब के साथ भोग भी माता मंदिरों में शराब के साथ भजिये, पूड़ी, चने, गेहूं, निंबू, कौड़ी भी भोग के रूप में चढ़ाये जाते हैं। इसके अलावा प्रमुख माता मंदिरों में चुनरी, सुहाग की सामग्री भी अर्पित की जाती है। शराब का घड़ा लेकर चलने वाले कोटवार राजाराम निवासी हामूखेड़ी ने बताया कि वह पिछले 20 वर्षों से यह कार्य कर रहा है। उनके साथ अन्य कोटवार टोकनियों में भरी भोग, पूजन व अन्य सामग्री, लाल झंडा लेकर चलते हैं।

कलेक्टर द्वारा माता जी की प्रतिमा पर मदिरा का भोग लगाया गया। पूजन के बाद इसी मदिरा का भक्तों ने प्रसाद के रूप में सेवन किया। भोग के लिए टोकरियों में विभिन्न व्यंजन रखकर तांबे के घड़े में मदिरा की धार लगाकर कोटवारों द्वारा अन्य माता मंदिरों के लिए यात्रा शुरू की।

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