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ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी का औचक आदमपुर दौरा, आतंकवाद पर सख्त संदेश sandesh Aajtak24 News |
नई दिल्ली - ऑपरेशन सिंदूर पर राष्ट्र को संबोधित करने के ठीक अगले दिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह पंजाब के आदमपुर एयरबेस का अचानक दौरा करके सभी को चौंका दिया। यह दौरा पूरी तरह से गोपनीय रखा गया था, और इसकी पूर्व सूचना किसी को भी नहीं दी गई थी। प्रधानमंत्री का यह कदम, हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े हुए तनाव और भारत की जवाबी सैन्य कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' के परिप्रेक्ष्य में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। एयरबेस पर पहुंचने पर, प्रधानमंत्री मोदी ने वहां तैनात भारतीय वायुसेना के वीर जवानों से सीधे संवाद किया। उन्होंने उनके अदम्य साहस, अटूट समर्पण और राष्ट्र के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा के लिए उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा की। जवानों के साथ बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री का व्यवहार अत्यंत आत्मीय और प्रसन्नचित्त था, जिससे सैनिकों का मनोबल और भी ऊंचा हो गया। उन्होंने कहा कि देश का प्रत्येक नागरिक उनकी सुरक्षा और बलिदानों के लिए हमेशा ऋणी रहेगा और पूरा राष्ट्र चट्टान की तरह उनके साथ खड़ा है।
इस अप्रत्याशित दौरे से ठीक एक दिन पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर पर देश को संबोधित करते हुए आतंकवाद के खिलाफ भारत की एक नई और अधिक आक्रामक नीति की रूपरेखा प्रस्तुत की थी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि यह सैन्य अभियान केवल अस्थायी रूप से स्थगित किया गया है, समाप्त नहीं। प्रधानमंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा, "भारत अब किसी भी परमाणु हमले की धमकी से डरने वाला नहीं है। आतंक का कोई भी दुस्साहस अब मुंहतोड़ जवाब पाएगा।" उन्होंने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि भविष्य में उसने किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधि या सैन्य उकसावे की हिमाकत की, तो भारत की प्रतिक्रिया पिछली बार से भी कहीं अधिक कठोर और निर्णायक होगी।
अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री ने संयुक्त राज्य अमेरिका को भी एक कड़ा संदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से संकेत दिया कि ऑपरेशन सिंदूर पर अस्थायी विराम केवल पाकिस्तान द्वारा सीमा पर पूर्ण शांति और आतंकवाद को समर्थन न देने की ठोस गारंटी देने के बाद ही लगाया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा इस संघर्ष विराम का श्रेय लेने के प्रयासों पर भी प्रधानमंत्री का यह बयान एक परोक्ष लेकिन स्पष्ट संदेश था। यह बयान न केवल पाकिस्तान और अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण था, बल्कि उन घरेलू राजनीतिक दलों के लिए भी एक करारा जवाब था जो सरकार की नीतियों पर सवाल उठा रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को एक रणनीतिक सफलता बताते हुए कहा कि इस अभियान के तहत भारतीय सेना ने दुश्मन के आतंकवादी ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचाया है और कई प्रमुख आतंकी सरगनाओं को मार गिराया है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि पाकिस्तान ने स्वयं तनाव को कम करने के लिए भारत के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) से संपर्क साधा था, जिसके बाद ही इस सैन्य अभियान को फिलहाल रोका गया है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत की तीनों सेनाएं, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), और अन्य अर्धसैनिक बल अभी भी पूरी तरह से सतर्क हैं और किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
गौरतलब है कि 10 मई को पाकिस्तान की ओर से आदमपुर एयरबेस पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया गया था। इस कायराना हरकत के जवाब में, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था, जिसके तहत पाकिस्तान के कई महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए गए और उन्हें सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया। पाकिस्तान ने यह झूठा दावा भी किया था कि उसने आदमपुर में तैनात भारत के अत्याधुनिक एस-400 वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा न केवल पाकिस्तानी दुष्प्रचार की धज्जियां उड़ाने के लिए काफी है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि आदमपुर एयरबेस और वहां तैनात रक्षा प्रणालियां पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
आदमपुर एयरबेस, भारतीय वायुसेना का दूसरा सबसे बड़ा और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण अड्डा है। इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है, जिसमें वे एक भारतीय वायुसेना के विमान के सामने खड़े हैं और पृष्ठभूमि में दीवार पर एक प्रेरणादायक नारा लिखा है, "क्यों दुश्मन पायलटों को अच्छी नींद नहीं आती।" इस तस्वीर और प्रधानमंत्री के दौरे ने न केवल वायुसेना के जवानों का मनोबल बढ़ाया है, बल्कि पूरे देश में एक सकारात्मक संदेश भी दिया है।
सूत्रों के अनुसार, आदमपुर एयरबेस पर पहुंचने पर, प्रधानमंत्री को वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने हाल के हमलों और ऑपरेशन सिंदूर के परिणामों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी हमलों से आदमपुर, उधमपुर, पठानकोट और भुज जैसे वायुसेना अड्डों पर सीमित नुकसान हुआ था, लेकिन भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के नूर खान, रहीम यार खान और अन्य महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों को भारी क्षति पहुंची है।