उमरिया खिलाड़ियों ने खेला हॉकी का खेल, विभाग ने खेला रुपयों का खेल
उमरिया (संतोष जैन) - आदिम जाति विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय क्रीडा प्रतियोगिता हॉकी का समापन कार्यक्रम भी विभाग के मनसुख रवैये के साथ संपन्न हुआ आदिवासी विभाग द्वारा राज्य स्तरीय कार्यक्रम की कितनी गरिमा रखी गई इसकी झलक तो कार्यक्रम के शुभारंभ में ही दिखा दी गई थी उमरिया जिले का अजाक विभाग प्रदेश की कमलनाथ सरकार की मंशा के ठीक विपरीत चल रहा है जबकि प्रदेश के आदिवासी विकास विभाग के मंत्री जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं और प्रभारी मंत्री पद संभालते ही पूरी तन्मयता के साथ जहां एक ओर प्रदेश में घूम-घूम कर आदिवासियों और युवाओं के लिए नई नई योजनाएं लागू कर उन्हें अग्रिम पंक्ति में लाने पसीना बहा रहे हैं वहीं उन्हीं के प्रभार के जिले में उनका विभाग राज्य स्तरीय कार्यक्रम को भी पैसे की होली खेलने का अवसर बना बैठा है।
उठ रही जांच की मांग
खेल दिवस पर आदिवासी विभाग द्वारा स्थानीय स्टेडियम में कराया गया राज्य स्तरीय खेल आयोजन विवादों में घिर गया है जन चर्चा है कि विभाग द्वारा खेल आयोजन के नाम पर जमकर धांधली की जा रही है विभाग द्वारा आमंत्रण कार्ड से लेकर टेंट भोजन जैसी व्यवस्थाओं में जनता गणमान्य नागरिक खिलाड़ियों की उपस्थिति से ज्यादा का अंकन किया जा रहा है विभाग द्वारा 100 को 10000 बनाने का खेल खेला जा रहा है हालांकि देखना होगा कि विभाग कार्यक्रम संपन्न होने के बाद कितना खजाना खाली करता है।
कार्यक्रम राज्य स्तरीय प्रचार शून्य
आदिम जाति विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय क्रीडा प्रतियोगिता कार्यक्रम इतना भव्य था कि स्टेडियम के बाहर के दुकानदारों तक को नहीं पता कि अंदर क्या हो रहा है विभाग द्वारा कार्यक्रम के प्रचार प्रसार के लिए क्या किया गया यह तो विभाग के जिम्मेदार ही बता सकते हैं बहरहाल देखना होगा कि विभाग द्वारा कराया गए आयोजन में भ्रष्टाचार के जांच की आग कहां तक पहुंची है
घंटे भर पूर्व दी कार्यक्रम की सूचना
विभाग द्वार कार्यक्रम के शुभारंभ में जो तानाशाही अपनाई गई थी वही तानाशाही कार्यक्रम के समापन में भी दिखी विभाग द्वारा राज्य स्तरीय कार्यक्रम के समापन की जानकारी पत्रकारों और सोशल मीडिया पर कार्यक्रम के समापन के महज 2 घंटे पूर्व दी गई आखिर क्या वजह रही कि विभाग ने राज्य स्तरीय कार्यक्रम को इतने गुपचुप रवैये से आयोजित किया।
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