मुक्तिधाम पर मृत आत्माओं एवं शहीद जवानों की आत्म शांति के लिये चल रही श्रीमद्भागवत कथा में हुआ श्रीकृष्ण रुक्मणि विवाह
बडवाह (गोविंद शर्मा) - मध्यप्रदेश के बडवाह स्थित माँ नर्मदा के उत्तरतट स्थित मुक्तिधाम हनुमान मंदिर पर श्राद्ध पक्ष के दौरान इंदौर-ईच्छापुर हायवे पर हादसों में मृत आत्माओं एवं वीर शहीद जवानों की आत्म शांति,मोक्ष प्राप्ति के लिए अवधूत संत श्री टाटम्बरी सरकार के आशीर्वाद माँ नर्मदा प्राणी सेवा समिति द्वारा चल रही सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा के दौरान व्यासपीठ से गोपाल मन्दिर के महंत हनुमान दास जी महाराज द्वारा भगवान शिव पार्वती विवाह, कृष्ण जन्मोउत्सव, कृष्ण की बाल लीलाओं व इंद्र का घमंड चकनाचूर करते हुए गोवर्धन पर्वत उठाने सहित श्रीकृष्ण रुक्मणि विवाह का प्रसंग भक्तो को श्रवण कराते हुए बताया कि कहा कि हुए कहा कि जो प्रेमी भक्त कृष्ण रुक्मणी के विवाह उत्सव में शामिल होते हैं उनकी वैवाहिक समस्या हमेशा के लिए समाप्त हो जाती है। कृष्ण के गुणों और उनकी सुंदरता पर मुग्ध होकर रूकमणी ने मन ही मन निश्चित किया कि वह श्रीकृष्ण को छोड़कर किसी को भी पति रूप में वरण नहीं करेगी।
इस दौरान भागवान श्रीकृष्ण और रुक्मणी के सम्पन्न हुए विवाह में श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य करते हुए उत्सव मनाया व खूब फूल बरसाए। पश्चात महाआरती के साथ कथा का समापन हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य यजमान उषा शांतिलाल खंडेलवाल पंडित संजय शर्मा व समिति के अन्नू मराठा,राहुल पिंगलकर अरविन्द पगारे, दिनेश राव सहित भारी संख्या मे भक्तगण उपस्थित थे।
Tags
khargon