दीक्षारंभ छात्र प्रेरण त्रिदिवसीय कार्यक्रम का हुआ समापन
छिंदवाड़ा/बिछुआ (हेमराज मांडेकर) - बिछुआ के शासकीय महाविद्यालय बिछुआ में प्राचार्य डॉ पूजा तिवारी के संरक्षण एवं नोडल अधिकारी मनीष ठाकुर के निर्देशन में कैरियर मार्गदर्शन सेमीनार का आयोजन हुआ। मीडिया प्रभारी निरंजन सिंह राजपूत ने बताया कि कार्यक्रम के द्वारा लगभग 300 छात्र-छात्राएं लाभान्वित हुए।
विद्मार्थियो का सुनहरा भविष्य उनकी शिक्षा-दीक्षा पर निर्भर करता है। अगर इनको सही समय पर उचित मार्गदर्शन व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, उपयुक्त माहौल, पठन-पाठन के लिए सभी आवश्यक सुख-सुविधाओ से सम्पन्न महाविद्यालय एवं योग्य प्राध्यापकों का मार्गदर्शन मिले तो ये विद्मार्थी अपना ही नहीं बल्कि देश का भी एक उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करने में मदद कर सकते है। उक्ताशय के विचार महाविद्यालय प्राचार्य डॉ श्रीमती पूजा तिवारी ने दीक्षारंभ कार्यक्रम का समापन प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए व्यक्त किए।
शासकीय महाविद्यालय में तीन दिवसीय दीक्षारंभ कार्यक्रम प्राचार्य एवं रुसा प्रभारी डॉ पूजा तिवारी, प्रो० पी के स्वरूप, कार्यक्रम प्रभारी डॉ जिनेन्द्र सिंह चौहान, समस्त प्राध्यापकों एवं विद्मार्थियो की उपस्थित में समापन किया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में चार दिवसीय भोपाल से प्रशिक्षण प्राप्त डॉ चौहान ने दीक्षारंभ छात्र प्रेरण कार्यक्रम शासन की मंशानुरूप संपंन होने पर प्रसन्नता व्यक्त किया। प्रो० पी के स्वरूप ने कहा कि दीक्षारंभ के माध्यम से विद्मार्थियो को मानव-मूल्य, पर्यावरण और जीवन कौशल में दक्ष कर राष्ट्र को उत्तम नागरिक प्रदत्त करना है। तीन दिवसीय आयोजन के दौरान इंडक्शन, कालेज कैम्पस, खेल-कूद, प्रतियोगिता तैयारी, नैक, पुस्तकालय, युवा उत्सव, भ्रमण, सांस्कृतिक कार्यक्रम, व्यक्तितत्व विकास, कैरियर मार्गदर्शन,एवं विभिन्न विभागों से संचालित विविध गतिविधियों की जानकारी प्रदान की गई ।
मीडिया प्रभारी निरंजन सिंह राजपूत ने विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि यह कार्यक्रम मुख्य रूप से कालेज में नव प्रवेशित छात्रों की मदद के लिए तैयार किया गया है। ताकि नए छात्र कालेज के माहौल में आराम से अपने आपको समायोजित कर सके और उन्हें शिक्षण से संबंधित किसी भी परेशानी का सामना न उठाना पड़े। कार्यक्रम का संचालन अजीत सिंह गौतम एवं सायमा सरदेशमुख ने किया। आभार नोडल अधिकारी मनीष कुमार ठाकुर ने माना। कार्यक्रम के सफल आयोजन में डॉ गजेन्द्र नामदेव , डॉ नवीन चौरसिया, दिलीप ढोबाले, गुलाम साबरी, रेहाना अंसारी, फरहत हक, महेन्द्र नागरे, संतोष चंचल, रोहित पाण्डेय, विवेक तिवारी, डॉ फरहत मंसूरी, डॉ आशीष मेश्राम,अनिल कोठे, मचल सिंग धुर्वे, एवं सीनियर्स विद्मार्थी राहुल, शैलेन्द्र ठाकुर, साधुराम चौरिया,रोहन, साक्षी श्रीवास का सराहनीय योगदान रहा।
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