आदिवासी छात्र संगठन अपनी समस्याओं को लेकर एसडीएम से मिले | Adivasi chhatr sangatha apni samsyao ko lekar sdm se milen
आदिवासी छात्र संगठन अपनी समस्याओं को लेकर एसडीएम से मिले
सेंधवा/बड़वानी (जितेंद्र पाटिल) - आदिवासी छात्र संगठन ने विद्यार्थियों की तमाम समस्याओं को लेकर कॉलेज परिसर से रैली निकालकर किले गेट खेतिया स्टेट हाईवे पर चक्का जाम किया साथी किले गेट पर सभा की गई धरने पर बैठे विद्यार्थियों से मिलने पहुंची एसडीएम महोदय अंजू जावला ने विद्यार्थियों की समस्या जानी साथ ही उन्होंने कहा कि जो स्थानीय मुद्दे है, जिन्हे में जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश करूंगी ,और जो और जो बड़ी समस्याएं हैं उसको लेकर में उच्च शिक्षा विभाग को अवगत करा कर जल्दी से जल्दी पूरा करवाने की भी माग करूँगी ।
विद्यार्थियों की मुख्य मांगे
1) महाविद्यालय में 150 से अधिक विद्यार्थी प्रवेश से वंचित हैं उन विद्यार्थियों को प्रवेश जल्दी से जल्दी दिया जाए !
2) महाविद्यालय में विभिन्न संकाय के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति एवं आवास भत्ता अभी तक नहीं मिला है जिसका जल्दी से जल्दी भुगतान कराया जाए !
3)महाविद्यालय में लंबे समय से एमएससी जंतु विज्ञान और m.a. इतिहास के विषय संचालित नहीं किए जा रहे हैं इन विषयों को महाविद्यालय में संचालित करवाया जाए ताकि बच्चे को इन विषय को पढ़ने के लिए बाहर न जाना पड़े !
4) सेंधवा महाविद्यालय का नाम शहीद वीर खाजा नायक रखा जाए जिस के संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान सेंधवा में घोषणा की थी की कॉलेज का नाम शहीद वीर ख्वाजा नायक किया जाए लेकिन आज तक कॉलेज का नामकरण नहीं हुआ हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द कॉलेज का नामकरण किया जाये !
5)स्वतीय पाठ्यक्रम के नाम पर विद्यार्थियों से मनमाने ढंग से फीस वसूली जा रही हैं इस लूट को बंद किया जाए और सभी स्ववित्तीय पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम को परंपरागत कोर्स में शामिल कर शासन द्वारा संचालित किया जाए !
6)महाविद्यालय में कोई वर्ष से पीजी पाठ्यक्रम संचालित है लेकिन महाविद्यालय में नियमित प्रोफ़ेसर नहीं हैं महा विद्यालय में नियमित प्रोफेसरों की नियुक्ति की जाए !
7) कोई वर्षों से पोस्ट मैट्रिक छात्रावास में सीटों की वृद्धि नहीं हुई है विद्यार्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए हॉस्टलों की सीटें बढ़ाई जाए !
इन मांगों को लेकर पिछले 3 वर्ष बार-बार ज्ञापन देकर आदिवासी छात्र संगठन मांग कर रहा है लेकिन आज तक एक भी समस्या का निराकरण नहीं हुआ है लेकिन इसी तरह से आश्वासन देकर आगे भी अनदेखा करते हैं, तो आदिवासी छात्र संगठन 10 दिनों के अंदर कॉलेज परिसर में भूख हड़ताल करेगा । फिर भी हमारी मांगे पूरी नही करते है तो पहले जिले लेवल की सभी कॉलेज को बंद कर भूख हड़ताल करेंगे, इसके बाद भी सरकार हमारी समस्या को नहीं सुनती है, तो पर प्रदेश स्तर कॉलेजो को बंद कराकर भूख हड़ताल करेंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की रहेगी यह आदिवासी छात्र संगठन ने सरकार को चेतावनी दे दी।
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