नरेन्द्र सूरीश्वरजी के जीवन पर आधारित 50 प्रश्न पूछकर 50 विजेताओं को प्रदान किए गए पुरस्कार, 6 सितंबर से अष्ट प्रभावक के संयम दिवस उपलक्ष में तीन दिनों तक होगे विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम
झाबुआ (अली असगर बोहरा) - स्थानीय श्री ऋषभदेव बावन जिनालय स्थित पोषध शाला भवन में 5 सितंबर, गुरूवार को जैन धर्म दीवाकर, राजस्थान केसरी, अष्ट प्रभावक आचार्य देवेष श्रीमद विजय नरेन्द्र सूरीष्वरजी मसा ‘नवल’ के जीवन पर आधारित प्रष्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें समाज के श्रावक-श्राविकाओं से उनके जीवनकाल संबंधी प्रष्न पूछे गए। बाद विजेताओं को लाभार्थी परिवार सतीषकुमार सोहनलाल कोठारी परिवार की ओर से पुरस्कारों का वितरण हुआ। 6 सितंबर को आचार्य श्रीजी के संयम दिवस के उपलक्ष में त्रि-दिवसीय विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम होगे।
यह जानकारी देते हुए श्री नवल स्वर्ण जयंती चातुर्मास समिति के अध्यक्ष कमलेष कोठारी एवं सचिव अषोक रूनवाल ने बताया कि गुरूवार को सुबह करीब 9 बजे से आचार्य श्री नरेन्द्र सूरीष्वरजी एवं प्रन्यास प्रवर जिनेन्द्र विजयजी मसा की निश्रा मे प्रष्नोत्तरी प्रतियोगिता रखी गई। जिसमें स्वयं आचार्य ने ही अपने जीवन से संबंधित जिसमें उनकी तपस्या, संयम दिवस, दीक्षा दिवस, जन्म स्थल, उनके बचपन के नाम, शिक्षा स्थान आदि सहित करीब 50 प्रष्न पूछकर, जिन समाजजनों ने पहले हाथ खड़े कर सहीं उत्तर दिया, उन्हें लाभार्थी कोठारी परिवार की ओर से चातुर्मास समिति एवं श्वेतांबर जैन श्री संघ के पदाधिकारियों ने पुरस्कार प्रदान किए। यह प्रतियोगिता करीब एक घंटे तक चली। बाद आचार्य श्रीजी द्वारा संक्षिप्त प्रवचन भी दिए गए। जिसमें उन्होंने समाजजनों को बताया कि उनके 50वें संजम दिवस की शुरूआत हो रहीं है, जिसके उपलक्ष में 6 से 8 सितंबर तक होने वाले सभी धार्मिक कार्यक्रमों में आप सभी को बढ़-चढकर शामिल होकर लाभ लेना है।
यह होंगे तीन दिनों तक आयोजन
चातुर्मास समिति के अध्यक्ष कमलेश कोठारी एवं समाज रत्न सुभाष कोठारी ने बताया कि अष्ट प्रभावक के 50 वे संयम अनुमोदनार्थ त्रि-दिवसीय महोत्सव महोत्सव में बावन जिनालय में 6 सितंबर को सुबह 9 बजे श्री पंच जिनेष्वर पूजा, दोपहर 12 बजे मूर्तिपूजक श्री संघ एवं बाहर से पधारे अतिथियों का साधर्मी वात्सल्य, दोपहर 2 बजे भव्य चैवीसी कार्यक्रम विविध लाभार्थियों द्वारा एवं रात्रि 8 बजे से भक्ति संध्या होगी। 7 सितंबर को सुबह 8 बजे श्री धन्ना शालिभद्रजी की 99 पेटियों का भव्य कार्यक्रम बाद दोपहर 12 बजे सकल जैन श्री संघ का साधर्मी वात्सल्य होगा। दोपहर 2 बजे विषेष कार्यक्रमों मंे गुरूदेव श्री देवेन्द्र विजयजी मसा की अष्टप्रकारी पूजा एवं चैवीसी, रात्रि 8 बजे से भक्ति संध्या होगी। अंतिम दिन 8 सितंबर को सुबह 8 बजे अष्ट प्रभावक नरेन्द्र सूरीष्वरजी मसा की गुण किर्तन सभा एवं संयम उपकरण वंदना वाणी, दोपहर 12 बजे मूर्तिपूजक श्री संघ एवं बाहर से पधारे अतिथियों का साधर्मी वात्सल्य होगा। दोपहर 2 बजे चैवीसी विभिन्न लाभार्थियों द्वारा एवं रात्रि 8 बजे से भव्य भक्ति संध्या होगी।
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