ग्रामीण सैला नृत्य कर धूमधाम से मनाया गया भुजलिया पर्व
छिंदवाड़ा/अमरवाड़ा (गयाप्रसाद सोनी) - अमरवाड़ा के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आज बड़े ही धूमधाम और सामूहिक रूप से सैला नृत्य करके भुजलिया का विसर्जन किया गया वही इस पर्व में एक दूसरे को भुजलिया देकर आपसी प्रेम और सद्भावना और भाईचारे को बनाए रखने हेतु एक दूसरे से आशीर्वाद लिया गया, जबकि महिला और पुरुष दोनों ने भुजलिया के और सावन भादो के गीत गाकर सभी का मनोरंजन किया। प्राप्त खासा जानकारी के अनुसार कुछ जगहों पर छोटी मोटी झटपट होने की भी खबर है।
प्राचीन संस्कृति और रीति-रिवाजों को भूलती जा रही नई पीढ़ी
एक तरफ कई स्थानों पर भुजलिया पर्व बड़े ही धूमधाम और भव्य रूप से मनाया जा रहा है वहीं कई ग्रामीण क्षेत्रीय इलाखों में इस प्राचीन भुजरिया पर्व का त्यौहार मनाया ही नहीं गया और कुछ जगह पर तो अपने अपने हिसाब से ही भुजलिया को विसर्जित कर दिया गया और सब अपने अपने कामों में लगे रहे इससे साफ जाहिर होता है कि नई पीढ़ी अपने प्राचीन संस्कृति और रीति-रिवाजों को धीरे धीरे भूलती जा रही है और वही आपसी भाईचारा, सद्भावना और प्रेम को धीरे धीरे नकार रहे हैं।
जबकि भारत सरकार सहित कई अशासकीय संस्थान प्राचीन संस्कृति को संजोए रखने के लिए कई बड़े और कठोर कदम उठा रहे हैं।