बुरहानपुर - नेपानगर के बदनापुर क्षेत्र में आदिवासियों पर फायरिंग का मामला भोपाल तक गर्माने के बाद रविवार देर शाम को वनमंत्री उमंग सिंघार नेपानगर पहुंचे। वे सीधे उसस जगह गए जहां, आदिवासियों ने फायरिंग का आरोप लगाया था। रात में आए वनमंत्री उमंग सिंघार को यहां जंगल देखने के लिए टॉर्च जलाना पड़ी। आधे घंटे तक यहां अफसरों के साथ दौरा करने के बाद काफिला आगे बढ़ा तो आदिवासी सडक़ पर बैठ गए और हंगामा करने लगे। आदिवासियों ने कहा कि गोली चलाने वाले वन अफसरों पर कार्रवाई करें।
वनमंत्री उमंग सिंघार के काफिले के आगे आदिवासी रोड पर बैठ गए, जब मंत्री गाड़ी से बाहर निकले तो आदिवासियों ने उन्हें घेरकर समस्या बताने लगे, चिल्लाचोट होने के बाद वनमंत्री उमंग सिंघार ने कहा कि शांति से बात करना है, समस्या सुलझाने है कि विवाद करना है। आदिवासी शांत हुए और अपनी समस्या बताई। यहां 20 मिनट तक गहमागहमी चलती रही।
rod par beth kar umnag singaar ne logo ko samjhaish di |
फिर आदिवासी कहने लगे की हमारे खेतों में गड्ढे खोदे गए, फसल को नष्ट कर दिए।
तब वनमंत्री उमंग सिंघार कहा कि सिर्फ मौका मुआयना किया है दोनों पक्षों का समझकर उसके बाद जो भी शासन को रिपोर्ट भेजनी है। लेकिन मेरा यही कहना है जिसका जो अधिकार है उसे अधिकार मिलना चाहिए। न्याय निष्पक्ष होगा यह मैं सरकार की तरफ से आश्वस्त करना चाहूंगा। कहा कि नया अतिक्रमण नहीं होने दिया जाएगा। जंगल बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
aadivasiyo par goli chalane ke mamle me van mantri ne kiya doura |
नेपानगर विधायक श्रीमती सुमित्रा कास्डेकर ने वनमंत्री से मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की
कास्डेकर नेपानगर वन परिक्षेत्र के ग्राम बदनापुर में वन विभाग के द्वारा आदिवासियों को वनों से बेदखली के नाम पर जो अत्याचार किया जा रहा है उसे लेकर नेपानगर विधायक श्रीमती सुमित्रा कास्डेकर ने वनमंत्री उमंग सिंघार से मुलाकात कर मामले की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग की उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर वन विभाग वनवासियो पर गोली चला रहा है यह सही नही है विधायक ने मांग करते हुए कहा कि वास्तव में यदि कहि अतिक्रमण है तो उसे हटाया जाना चाहिए पर जो आदिवासी कई वर्षों से वन भूमि पर कृषि कर रहे हैं
logo ko samjhayish dete van mantri |
तथा उनके वन पट्टो के प्रकरण चल रहे है जिनके दावे आपत्ति चल रही है जब तक इन प्रकरणों का निराकरण नहीं हो जाता तब तक उन्हें वन भूमि से वंचित न किया जाए विधायक की मांग पर वन मंत्री ने उमंग सिंघार ने आश्वस्त किया है कि किसी भी आदिवासी को कृषि भूमि से वंचित नहीं किया जाएगा साथ ही यह भी कहा है कि कोई भी नया अतिक्रमण वनों में बर्दाश्त नहीं होगा