कभी भी गिर सकता है धार का राजबाड़ा ! कुछ हिस्सा टूट कर गिरा

धार राजघराने के प्राचीन राजवाड़ा की मुख्य इमारत अब जर्जर होने लगी है। दोपहर राजवाड़ा के मुख्य प्रवेश द्वार पर लगे बोर्ड के  टूट जाने की घटना हुई है। इसके अलावा मुख्य प्रवेश द्वार के उपर ही बनी हुई गैलरियों की दीवारे भी पीछे की और गिरने की आवाज सुनी गई है। राजवाड़ा के अंदर के क्षेत्र में गत वर्ष राज परिवार द्वारा मरम्मत का कार्य भी करवाया गया था। ऐतिहासिक राजवाड़ा अब भी धार में राज परिवार की बेमिसाल यादगार बना हुआ है। 

दोपहर को गिरी दीवारनगर में तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है। बारिश की वजह से राजवाड़ा की अनेक दीवारे कमजोर होकर अपना स्थान छोडऩे लगी है। ऐसे में आज दोपहर को राजवाड़ा के मुख्य प्रवेश द्वार के उपर वाली गैलरी व कक्ष की दीवार पीछे की और गिरने की बात कहीं जा रही है।आजतक न्यूज़  दीवार गिरने से हुई धमाके की आवाज के बाद वहां आसपास बैठे लोग इधर-उधर चले गए थे।आजतक न्यूज़  इसके अलावा मुख्य प्रवेश द्वार के उपर लगे गोल बोर्ड भी अपने स्थान से खिसकने की जानकारी मिली है। यहां से ईंटे खिसककर गिरने की बात भी कहीं जा रही है।





अगला हिस्सा हुआ जर्जरराजवाड़ा चौक का अगला हिस्सा अब काफी जर्जर हालत में आ गया है। बताया जा रहा है कि राजवाड़ा का निर्माण ईंट, मिट्टी एवं लकड़ी के पाटों को जोडक़र बनाया गया था। अब राजवाड़ा के भवन में लगे लकड़ी के सामान दीवारों का साथ छोडऩे लगे है। ऐसे में आए दिन दीवारों पर दरार पडऩे की घटनाएं भी नजर आ रही है। राजवाड़ा का अगला हिस्सा राजवाड़ा चौक की और है।आजतक न्यूज़  यहां भवन के नजदीक हॉकर्स झोन एवं अनेक दुकाने भी बनी हुई है।
महत्वपूर्ण है स्थानधार का ऐतिहासिक राजवाड़ा नगर के ह्दय स्थल में बना हुआ है। इसके सामने एक विशाल चौक है। जिसमें वर्तमान में हॉकर्स झोन, रिक्शा स्टैंड एवं कार पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इस चौक में अनेक महत्वपूर्ण कार्यक्रम व सभाएं आयोजित की जाती है। राजवाड़ा चौक के नजदीक से ही महत्मा गांधी मार्ग भी निकलता है।
जुलूस निकलने की सडक़राजवाड़ा चौक के समीप महात्मा गांधी मार्ग से अनेक जुलूस एवं जलसे निकलते रहते है। महत्वपूर्ण रुप से अनंत चतुदर्शी पर गणेश विसर्जन चल समारोह इसी मार्ग से होकर निकलता है। आजतक न्यूज़ इसके अलावा अंतिम श्रावण सोमवार पर धारनाथ बाबा का छबिना, मोहर्रम के अवसर पर ताजिए एवं अन्य शोभायात्रा भी इसी मार्ग से निकलती है। यह स्थान धार नगर के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
संरक्षित घोषित नहीं कियाबताया जा रहा है कि दो वर्ष पूर्व धार के राजवाड़ा को संरक्षित घोषित करने के लिए स्थानीय विधायक ने मांग की थी। बताया जा रहा है कि पुरातत्व विभाग ने राजवाड़ा को संरक्षित घोषित करने से मना कर दिया था। इसके बाद धार रियासत की और से राजवाड़ा के भीतर के अनेक हिस्सों खासकर दरबार हाल एवं आर्ट गैलरी की मरम्मत पर काफी ध्यान दिया गया था। गत वर्ष धार के महाराज हेमेंद्र सिंह पंवार ने भी विशेष दिलचस्पी लेकर राजवाड़ा के जर्जर हिस्से की मरम्मत का कार्य करवाया था। यहां पर अनेक फोटो प्रदर्शनी एवं अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए गए थे।
पहले लगी थी आग
बताया जा रहा है कि करीब 50 वर्ष पूर्व राजवाड़ा के एक हिस्से में भयंकर आग लग गई थी। इस आग में राजवाड़ा के अंदर का हिस्सा बूरी तरह जल गया था। आग को बुझाने के लिए धार सहित इंदौर की दमकलों ने कार्य किया था।आजतक न्यूज़  इसके अलावा आम लोगों ने भी आग बुझाने में काफी मद्द की थी। यह आग राजवाड़ा के समीप स्थित रेकॉर्ड बिल्डिंग तक पहुंच गई थी।
बैंक भवन भी था
राजवाड़ा के मुख्य भवन में अंदर की और एक नया भवन भी बनवाया गया था। इस भवन में एक बैंक भी संचालित होती थी। इसका मुख्य द्वार बैंक में आवागमन के लिए खुला रखा जाता था। आजतक न्यूज़ बाद में बैंक में भी आग लगने की घटना होने के बाद बैंक को यहां से अन्यत्र शिप्ट कर दिया गया था।
इनका कहना है...
दोपहर के समय राजवाड़ा के मुख्य द्वार के पास मटेरियल गिरने की घटना हुई है। मैने नगर पालिका के इंजीनियर को इसकी सूचना दी है।
हेमलता जयराज देवड़ा,
वार्ड पार्षद

मुझे राजवाड़ा का एक हिस्सा होने की खबर मिली है। कर्मचारियों को भेजकर पता लगवा रहे है।
सुधीर ठाकुर, नपा उपयंत्री

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