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| APS यूनिवर्सिटी की मनमानी: छात्राओं का करियर चौपट! Aajtak24 News |
मऊगंज - मऊगंज जिले के हनुमना स्थित सेठ रघुनाथ प्रसाद महाविद्यालय की छात्राओं का भविष्य अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (APS University), रीवा की कथित लापरवाही और मनमानी के चलते गंभीर संकट में आ गया है। बीए फाइनल ईयर की छात्राओं (श्रेया मिश्रा, प्रियंका पटेल, रेखा मौर्य, सुधा पटेल, अंशिका पटेल समेत कई अन्य) ने आरोप लगाया है कि यूनिवर्सिटी उनके कैरियर के साथ खिलवाड़ कर रही है, जिससे उनका उज्जवल भविष्य अंधकार में धकेल दिया गया है।
परीक्षा दी, फिर भी रिकॉर्ड में 'Absent'
छात्राओं का सबसे गंभीर आरोप यह है कि उन्होंने विधिवत परीक्षा दी है, यहां तक कि कुछ छात्राओं ने तकनीकी कारणों से एक ही विषय की परीक्षा कई बार भी दी, लेकिन यूनिवर्सिटी के रिकॉर्ड में उन्हें अनुपस्थित (Absent) दिखाया जा रहा है।
कॉलेज का दावा: सेठ रघुनाथ प्रसाद महाविद्यालय स्पष्ट रूप से कह रहा है कि छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं जमा हैं और महाविद्यालय के पास सभी रिकॉर्ड सुरक्षित हैं।
परीक्षा केंद्र की पुष्टि: परीक्षा का सेंटर शहीद केदारनाथ महाविद्यालय, मऊगंज में था, जिसके प्राचार्य ने भी लिखित रूप में पुष्टि की है कि ये छात्राएं परीक्षा में उपस्थित थीं।
यूनिवर्सिटी का टालमटोल: इसके बावजूद, APS यूनिवर्सिटी "तकनीकी खराबी" का हवाला देकर छात्राओं को अनुपस्थित या अनुत्तीर्ण घोषित कर रही है। छात्राओं का कहना है कि अगर उन्होंने पेपर दिया है, तो उनकी उत्तर पुस्तिकाएं कहाँ गायब हो रही हैं?
सामान्य घर की बेटियों के साथ खिलवाड़
छात्राओं ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि अगर यही समस्या किसी बड़े अधिकारी या जनप्रतिनिधि की बेटी के साथ होती, तो शिक्षा प्रशासन तुरंत हरकत में आता और गंभीरता से जाँच करता। लेकिन सामान्य घर की छात्राओं के साथ यह घोर अन्याय किया जा रहा है।
मार्कशीट में देरी: महाविद्यालय प्रशासन ने भी शिकायत की है कि छात्रों को समय पर मार्कशीट नहीं मिल रही है और अकारण उनकी सप्लीमेंट्री आ रही है।
'फेल-पास' के गोरखधंधे में गैंग सक्रिय होने का आरोप
छात्राओं ने APS यूनिवर्सिटी के कुलगुरु एवं कुल सचिव का ध्यान आकृष्ट करते हुए यूनिवर्सिटी के भीतर एक गैंग सक्रिय होने का गंभीर आरोप लगाया है। छात्राओं का दावा है कि APS यूनिवर्सिटी में कुछ कर्मचारी और बाहरी लोग मिलकर 'फेल और पास' के लिए गोरखधंधा चला रहे हैं, जिसमें यूनिवर्सिटी के प्राचार्य भी संलिप्त हो सकते हैं।
छात्राओं ने कुलगुरु और कुल सचिव से विनम्र निवेदन किया है कि:
उनके भविष्य को बचाने के लिए तत्काल हस्तक्षेप करें।
इस भारी तकनीकी त्रुटि और गोदाम में गायब हो रही उत्तर पुस्तिकाओं की जाँच करवाएँ।
फर्जीवाड़े में संलिप्त गैंग पर तुरंत प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की जाए।
यह गंभीर समस्या रीवा जिले के सैकड़ों छात्र-छात्राओं को प्रभावित कर रही है, जिसकी वजह से उनका उज्जवल भविष्य अंधकार में समाता जा रहा है।
