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| अमित शाह का विंध्य से बड़ा संदेश: "एक देशी गाय से हो सकती है 21 एकड़ प्राकृतिक खेती, धरती मां को जहरमुक्त बनाएं Aajtak24 News |
रीवा - देश के गृह मंत्री श्री अमित शाह गुरुवार को रीवा जिले की सेमरिया विधानसभा स्थित प्रसिद्ध बसामन मामा गौवंश वन विहार पहुंचे। यहाँ उन्होंने 9 हजार गायों के संरक्षण के साथ संचालित हो रहे प्राकृतिक खेती प्रकल्प का भव्य शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल और उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल विशेष रूप से उपस्थित रहे।
अटल जी और बघेली प्रेम का स्मरण किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमित शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी जयंती पर नमन किया। उन्होंने एक भावुक संस्मरण साझा करते हुए बताया कि अटल जी का रीवा से विशेष लगाव था। उन्होंने कहा, "अटल जी के चालक विजय बहादुर सिंह रीवा के थे और अटल जी अक्सर उनसे बघेली भाषा में ही बात किया करते थे।"
प्राकृतिक खेती: सेहत और आय का नया मार्ग गृह मंत्री ने बसामन मामा गोधाम में गाय के गोबर और गौ-मूत्र से तैयार हो रही दलहन, चावल, चना और सरसों की फसलों के मॉडल को सराहा। उन्होंने कहा कि विंध्य क्षेत्र के किसानों के लिए यह प्रकल्प आय बढ़ाने का सबसे बड़ा जरिया बन सकता है। शाह ने तकनीकी तथ्य साझा करते हुए बताया कि एक देशी गाय के सहारे 21 एकड़ तक बिना रसायनिक खाद के खेती संभव है। उन्होंने बताया कि देश में अब तक 40 लाख किसान इस पद्धति को अपना चुके हैं और उन्होंने स्वयं भी अपने खेतों में इसका सफल प्रयोग किया है।
धरती मां को बचाने का संकल्प मिट्टी की उर्वरता और मानव स्वास्थ्य पर चिंता जताते हुए गृह मंत्री ने कहा कि रसायनों के प्रयोग से धरती कंक्रीट जैसी कठोर होती जा रही है। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से अपील की कि वे अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए धरती को बचाएं। उन्होंने सभी किसानों से कम से कम 5 पीपल के पेड़ लगाने और प्राकृतिक खेती अपनाने का संकल्प लेने का आह्वान किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी गौ-संरक्षण और प्राकृतिक खेती की दिशा में सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। इस आयोजन ने विंध्य क्षेत्र में कृषि और गौ-सेवा के समन्वय का एक नया संदेश दिया है।
