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| मोहन सरकार के 2 वर्ष पूरे: मनगवां में व्यापक रणनीति तैयार, योजनाओं को कागजों से जमीन पर उतारने का संकल्प Aajtak24 News |
बैठक का मुख्य उद्देश्य: धरातल पर क्रियान्वयन
बैठक का मुख्य उद्देश्य सरकार के दो वर्ष की उपलब्धियों की समीक्षा करना और एक ठोस व प्रभावी रणनीति तैयार करना था। इस रणनीति का केंद्र बिंदु यह सुनिश्चित करना है कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाएं केवल कागजों तक सीमित न रहें, बल्कि सीधे धरातल पर दिखाई दें और उनका वास्तविक लाभ अंतिम पंक्ति में खड़े आम जनता तक पहुँचे।
बैठक में विस्तार से चर्चा की गई कि किस प्रकार:
केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को गांव-गांव, घर-घर तक पहुँचाया जाए।
पात्र हितग्राहियों की पहचान समय पर हो।
योजनाओं के लाभ वितरण में पारदर्शिता बनी रहे।
विधायक का स्पष्ट निर्देश: लापरवाही बर्दाश्त नहीं
विधायक इंजीनियर नरेंद्र प्रजापति ने अपने संबोधन में कहा कि मोहन सरकार ने बीते दो वर्षों में विकास, सुशासन और जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं को अपनी जिम्मेदारी याद दिलाते हुए कहा कि अब हमारा दायित्व इन योजनाओं का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित करना है।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी:
"शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी, आवास, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं को लेकर किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रत्येक विभाग को जवाबदेह बनाकर जनता को उनका हक दिलाया जाएगा।"
जनपद स्तर पर समीक्षा और संवाद
गंगेव जनपद अध्यक्ष विकास तिवारी ने कहा कि जनपद स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन की नियमित समीक्षा की जाएगी। उन्होंने पंचायतों को और अधिक सशक्त बनाने तथा जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान करने को प्राथमिकता बताया। बैठक में उपस्थित कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों ने अपने सुझाव रखे और क्षेत्र में चल रही योजनाओं की जमीनी हकीकत से अवगत कराया। अंत में यह तय किया गया कि आने वाले दिनों में गांव स्तर पर चौपाल, जनसंवाद और समीक्षा बैठकों का आयोजन कर सीधे जनता से संवाद किया जाएगा। सभी उपस्थित जनों ने एकजुट होकर यह संकल्प लिया कि मोहन सरकार के विजन के अनुरूप मनगवां विधानसभा क्षेत्र को विकास की नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया जाएगा।
