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महासमुंद पुलिस की 'टेक्नोलॉजी' वाली जीत, CEIR पोर्टल से 200 मोबाइल बरामद कर रच दिया इतिहास! Aajtak24 News |
महासमुंद/छत्तीसगढ़ - महासमुंद पुलिस ने एक विशेष अभियान चलाकर गुम हुए 200 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इन फोनों की कुल कीमत करीब ₹30 लाख है। पुलिस ने इन मोबाइलों को उनके असली मालिकों को सौंपकर उन्हें बड़ी राहत दी। इस अभियान से यह साबित हुआ कि डिजिटल दौर में भी खोई हुई चीजें वापस मिल सकती हैं।आज के समय में मोबाइल फोन सिर्फ एक डिवाइस नहीं, बल्कि लोगों की जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन गया है। इसमें काम से लेकर निजी जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी और संपर्क नंबर होते हैं। ऐसे में फोन के गुम होने पर लोग अक्सर उसकी कीमत से ज्यादा उसमें मौजूद डेटा को लेकर परेशान होते हैं। इसी समस्या को देखते हुए महासमुंद पुलिस ने एक स्पेशल साइबर डेस्क का गठन किया।
साइबर डेस्क का अथक प्रयास और सफलता
इस साइबर डेस्क का मुख्य उद्देश्य जिले भर के थानों में गुम या चोरी हुए मोबाइल फोन को ढूंढना था। टीम ने पूरी लगन और मेहनत से काम किया। जब उन्होंने मोबाइलों को ट्रैक करना शुरू किया, तो पाया कि कई लोग अनजाने में या जानकारी की कमी के कारण गिरे हुए या कहीं पड़े हुए फोन को उठा लेते हैं, या फिर उन्हें किसी और से खरीद लेते हैं। साइबर डेस्क की टीम ने ऐसे लोगों को ढूंढ निकाला और उन्हें समझाया कि अगर उन्हें कहीं कोई मोबाइल मिले, तो उसे नजदीकी पुलिस थाने में जमा करा दें। इस अथक प्रयास का ही नतीजा है कि पुलिस ने जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से लगभग 200 मोबाइल फोन बरामद किए। इन मोबाइलों को सही मालिकों तक पहुँचाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है, जिससे लोगों के चेहरों पर खुशी लौट आई है।
CEIR पोर्टल की भूमिका
पुलिस ने आम जनता को सलाह दी है कि अगर उनका फोन गुम हो जाए तो वे तुरंत भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा शुरू किए गए CEIR पोर्टल (ceir.gov.in) पर अपनी शिकायत दर्ज करें। इस पोर्टल पर गुम/चोरी हुए मोबाइल को ब्लॉक करने का विकल्प होता है। शिकायत दर्ज करने के बाद, जैसे ही आपका मोबाइल फोन मिलता है, आपको रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर या ईमेल पर सूचना मिल जाती है। यह अभियान महासमुंद पुलिस की सतर्कता और तकनीकी समझ का शानदार उदाहरण है। इस सफलता ने आम लोगों में पुलिस पर भरोसा बढ़ाया है और उन्हें यह संदेश दिया है कि उनके गुम हुए फोन को वापस पाने की उम्मीद अभी भी बाकी है। पुलिस का यह प्रयास दिखाता है कि सही तकनीक और लगन से किसी भी समस्या का समाधान किया जा सकता है।