नशे में डूबे प्रधान पाठक ने बच्चों की शिक्षा से किया खिलवाड़: घोघरा स्कूल की बदहाली पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा Aajtak24 News

नशे में डूबे प्रधान पाठक ने बच्चों की शिक्षा से किया खिलवाड़: घोघरा स्कूल की बदहाली पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा Aajtak24 News

गरियाबंद/छुरा - राजिम विधानसभा क्षेत्र के अंतिम छोर पर, उड़ीसा की सीमा से सटे ग्राम घोघरा स्थित पूर्व माध्यमिक शाला इन दिनों गंभीर लापरवाही और शिक्षा व्यवस्था की बदहाली का शिकार है। संकुल केन्द्र चरौदा के अधीन आने वाली इस शाला के प्रभारी प्रधान पाठक दालू राम कमार पर शराब के नशे में स्कूल आने और महीनों अनुपस्थित रहने के बेहद गंभीर आरोप लगे हैं, जिसने तीन गांवों (घोघरा, विजयनगर और गौरमुड़ी) के बच्चों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है।

जनदर्शन में शिकायत, प्रशासन फिर भी मौन

वर्ष 2006 से संचालित इस विद्यालय में चार शिक्षक पदस्थ हैं, लेकिन प्रभारी प्रधान पाठक दालू राम कमार की गैर-जिम्मेदाराना कार्यशैली सबसे बड़ी समस्या बन गई है। ग्रामीणों और पालकों का आरोप है कि वह पूरे महीने में मुश्किल से चार से पाँच दिन ही स्कूल आते हैं, और जब भी आते हैं तो नशे की हालत में होते हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से बाधित हो रही है। इस गंभीर लापरवाही के खिलाफ, 02 सितंबर 2025 को पालकों ने सामूहिक रूप से कलेक्टर गरियाबंद को जनदर्शन कार्यक्रम में लिखित शिकायत सौंपी थी। शाला प्रबंधन समिति (एसएमसी) के अध्यक्ष इस्सा राम नेताम ने स्पष्ट किया है कि इसकी शिकायत विधायक और बीईओ कार्यालय में भी कई बार की जा चुकी है। बावजूद इसके, शिकायत दर्ज होने के कई दिन बाद भी किसी भी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। प्रशासन की इस उपेक्षा ने ग्रामीणों के आक्रोश को और गहरा कर दिया है। मीडिया जांच में भी पालकों और छात्रों ने आरोपों की पुष्टि की है कि प्रधान पाठक महीनों नदारद रहते हैं।

प्रशासनिक चुप्पी और बीईओ का जवाब

राजिम विधानसभा क्षेत्र के अंतिम छोर पर स्थित इन गांवों में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली प्रशासनिक उदासीनता पर सवाल खड़ा करती है। ग्रामीण पूछ रहे हैं कि क्या जिम्मेदार अधिकारी जानबूझकर इन शिकायतों को दबा रहे हैं? इस मामले में जब विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी (BEO) किशुन मतावाले से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि जांच टीम गठित कर दी गई है और जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई के लिए उच्च कार्यालय को भेजा जाएगा।

ग्रामीणों की सख्त मांग

प्रशासन के 'जांच' वाले जवाब से संतुष्ट न होकर, ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही कार्रवाई नहीं हुई तो वे सामूहिक आंदोलन करेंगे। उनकी प्रमुख मांगें हैं:

  1. दालू राम कमार को तत्काल हटाकर किसी जिम्मेदार प्रधान पाठक की नियुक्ति की जाए।

  2. बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए तुरंत वैकल्पिक शिक्षक व्यवस्था की जाए।

  3. प्रशासन जांच कर दोषी अधिकारियों और प्रधान पाठक पर कड़ी कार्रवाई करे

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