किसानों को वाजिब दाम, भावांतर राशि और मुआवजे की सौगात: मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सागर से की कई बड़ी घोषणाएं Aajtak24 News

किसानों को वाजिब दाम, भावांतर राशि और मुआवजे की सौगात: मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सागर से की कई बड़ी घोषणाएं Aajtak24 News

भोपाल - मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार, 25 सितंबर 2025 को सागर जिले के सुरखी विधानसभा क्षेत्र की नगर पंचायत जैसीनगर में आयोजित राज्य स्तरीय मुख्यमंत्री अन्न सेवा जागरूकता कार्यक्रम में शिरकत की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने किसानों, युवाओं और आम जनता के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जिसमें सोयाबीन उत्पादक किसानों को भावांतर राशि देना, फसल क्षति का मुआवजा और मध्यप्रदेश को दुग्ध उत्पादन में देश में प्रथम बनाने का संकल्प शामिल है। मुख्यमंत्री ने पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग 215 करोड़ रुपये लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन भी किया।

किसानों को मिलेगा उपज का वाजिब दाम

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किसानों के हित में बड़ा फैसला लेते हुए कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि किसी भी सोयाबीन उत्पादक किसान को घाटा न हो।

मुख्य घोषणाएं:

  • सोयाबीन भावांतर राशि: मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार द्वारा सोयाबीन का एमएसपी 5328 रुपये निर्धारित किया गया है और मध्यप्रदेश के किसानों को भी यही दर दी जाएगी। यदि फसल एमएसपी से कम दर पर बिकती है, तो भावांतर भुगतान योजना के तहत अंतर की राशि सरकार द्वारा किसानों के खाते में जमा की जाएगी।

  • धान पर बोनस: उन्होंने घोषणा की कि मध्यप्रदेश में धान पर भी बोनस बढ़ाया गया है, जिसका पैसा भावांतर भुगतान योजना के माध्यम से किसानों को मिलेगा।

  • फसल क्षति का मुआवजा: अतिवृष्टि अथवा रोग के कारण जिन क्षेत्रों में सोयाबीन की फसल खराब हुई है, वहां फसल क्षति का सर्वे कराया जा रहा है और जल्द ही किसानों को समुचित मुआवजा दिया जाएगा।

  • किसान सम्मान निधि: केंद्र और राज्य सरकार दोनों की ओर से किसान सम्मान निधि दी जा रही है ताकि प्रदेश के किसानों का जीवन खुशहाल बन सके।

दुग्ध उत्पादन में मध्य प्रदेश को बनाएंगे देश का नंबर-1

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कृषि के साथ-साथ पशुपालन को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में मध्यप्रदेश दुग्ध उत्पादन में देश में तीसरे स्थान पर है, जिसे पहले नंबर पर लाने का लक्ष्य है।

  • गौ-पालन प्रोत्साहन: इसके लिए किसानों को गाय पालने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

  • गौशाला योजना: मुख्यमंत्री ने बताया कि गौशाला खोलने के लिए किसानों को लगभग 40 लाख रुपये की राशि मुहैया कराई जा रही है, जिसमें 10 लाख रुपये तक का अनुदान शामिल है।

  • गौ-संरक्षण: उन्होंने कहा कि सरकार गौवंश हत्या को प्रतिबंधित करने का सख्त कानून लाई है, जिसमें उल्लंघन करने वालों के लिए सख्त सजा का प्रावधान है।

  • गौवंश के रखरखाव का खर्च: सरकार ने गाय के संरक्षण के लिए प्रति गाय 40 रुपये प्रतिदिन तक का खर्च बढ़ाया है।

जैसीनगर में विकास कार्यों की झड़ी और नाम परिवर्तन

मुख्यमंत्री ने सागर जिले की जैसीनगर नगर पंचायत के लिए कई बड़ी सौगातें दीं:

  • नगर परिषद और नाम परिवर्तन: मुख्यमंत्री ने जैसीनगर को नगर परिषद बनाने और इसका नाम बदलकर 'जयशिवनगर' रखने की घोषणा की।

  • विकास परियोजनाएं: उन्होंने सागर जिले में बेवस नदी परियोजना की स्वीकृति, जैसीनगर में महाविद्यालय के अधूरे निर्माण कार्य को पूर्ण कर उसका नाम पं. दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखने की घोषणा की।

  • शैक्षणिक विकास: जैसीनगर में कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय स्कूल बनाने और सुरखी विधानसभा क्षेत्र में मसुरयाही-तोडा मार्ग (लगभग 25 कि.मी.) के निर्माण की भी घोषणा की गई।

मुख्यमंत्री अन्न सेवा जागरूकता और सिंगल विंडो पोर्टल का शुभारंभ

पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री ने दो महत्वपूर्ण योजनाओं का शुभारंभ किया:

  • मुख्यमंत्री अन्न सेवा जागरूकता कार्यक्रम: खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य राशन वितरण व्यवस्था को और अधिक बेहतर और पारदर्शी बनाना है। इसके तहत साल में दो बार ग्राम सभाओं में राशन लेने वाले हितग्राहियों के नामों का वाचन होगा और हर परिवार को खाद्यान्न की उपलब्धता की एसएमएस के माध्यम से सूचना मिलेगी।

  • सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन योजना में सिंगल विंडो पोर्टल: मुख्यमंत्री ने इस पोर्टल का शुभारंभ किया, जिसके माध्यम से गैस कनेक्शन घर-घर तक पाइपलाइन से मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्य की शुरुआत आज जैसीनगर से हो रही है।

सागर की 'श्रद्धांजलि योजना' बनेगी प्रदेश का मॉडल

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सागर जिले में अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करने के लिए शुरू की गई 'श्रद्धांजलि योजना' की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह योजना न केवल सागर के लिए, बल्कि संपूर्ण प्रदेश के लिए मॉडल बनेगी और इसे प्रदेश भर में लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने योजना के तहत 100 से अधिक लाभान्वित ग्रामीणों के साथ संवाद भी किया।

अन्य घोषणाएं और कार्यक्रम

  • लाड़ली बहनों को सौगात: मुख्यमंत्री ने कहा कि लाड़ली बहनों के जीवन में खुशियां लाने के लिए दीपावली की भाईदूज से हर माह 1500 रुपये की राशि दी जाएगी।

  • दार्शनिक संदेश: मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का एक नाम दीनदयाल भी है, जिसका अर्थ है गरीब से गरीब आदमी की चिंता करने वाला। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार पं. दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को आत्मसात करते हुए गरीबों के जीवन में खुशहाली लाने का प्रयास कर रही है।

  • सांस्कृतिक कार्यक्रम और पूजा: कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने गोवर्धन टोरी पर स्थित गोवर्धन मंदिर पहुंचकर पूजा-आरती की। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले कलाकारों से मिलकर बुंदेली वाद्ययंत्रों और प्रस्तुतियों की सराहना की।

  • शतरंज खेला: मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों के बौद्धिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए छात्र भौतिक सिंह जाट के साथ शतरंज भी खेला।

इस अवसर पर खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत, क्षेत्रीय सांसद डॉ. श्रीमती लता वानखेड़े, विधायक नरयावली श्री प्रदीप लारिया और अन्य जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद रहे।

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