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मध्य प्रदेश में मॉनसून का रौद्र रूप: कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, जनजीवन अस्त-व्यस्त Aajtak24 News |
भोपाल - मध्य प्रदेश में मॉनसून का प्रकोप जारी है। भारी बारिश के कारण कई जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र और मानसून ट्रफ के मजबूत होने से यह स्थिति बनी है।
इन जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने रतलाम, झाबुआ और अलीराजपुर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जहाँ अति भारी वर्षा की संभावना है। इन क्षेत्रों में पिछले 24 घंटों में भी अच्छी बारिश दर्ज की गई है, और अगले 24 घंटों में 100 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है।
इन जिलों में येलो अलर्ट
नीमच, मंदसौर, इंदौर, उज्जैन, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, देवास, राजगढ़, गुना, बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन इलाकों में भारी बारिश के साथ 30-40 किमी/घंटा की गति से तेज हवाएं चलने की भी आशंका है। इंदौर में पिछले दिन रिकॉर्ड 4.7 इंच बारिश दर्ज की गई, और आज भी यहां उमस भरे मौसम के बीच बौछारें जारी रहने की उम्मीद है। भोपाल में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, जहाँ अधिकतम तापमान 28-30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। राज्य के अन्य प्रमुख शहरों जैसे ग्वालियर और जबलपुर में भी येलो अलर्ट जारी है।
मॉनसून की वर्तमान स्थिति
1 जून से 3 सितंबर 2025 तक, पूरे देश में सामान्य से 8% अधिक मॉनसून वर्षा दर्ज की गई है। मध्य प्रदेश में भी पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में सामान्य से ऊपर बारिश हुई है। राज्य की कुल मौसमी वर्षा का आंकड़ा सामान्य से बेहतर है, हालांकि कुछ जिलों में अभी भी कमी देखी जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, सितंबर 2025 में पूरे महीने औसत वर्षा 109% से अधिक रहने का अनुमान है, जो सामान्य से काफी ज्यादा है। मॉनसून की वापसी में भी देरी की संभावना जताई जा रही है।
उज्जैन, इंदौर और रतलाम में बिगड़े हालात
लगातार हो रही बारिश के कारण इंदौर, उज्जैन और रतलाम जिलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उज्जैन में शिप्रा नदी उफान पर है, जिसके कारण रामघाट और दत्त अखाड़ा घाट पर बने मंदिर डूब गए हैं। अंगारेश्वर महादेव मंदिर में भी क्षिप्रा का पानी घुस गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी जलजमाव की स्थिति देखी जा रही है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने लोगों से नदियों और घाटों के पास न जाने की अपील की है।
ट्रेनें प्रभावित
रतलाम-नागदा खंड में ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नलिंग प्रणाली लागू करने के काम के कारण 6 सितंबर को कुछ ट्रेनें प्रभावित होंगी।
जिलों में बारिश का वितरण
गुना जिले में अब तक सबसे अधिक 62.9 इंच बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 30.5 इंच अधिक है। वहीं, उज्जैन संभाग सहित 5 जिलों में बारिश फिलहाल औसत से कम है। इनमें खरगोन (24.7 इंच), खंडवा (24.9 इंच), बड़वानी (25.2 इंच), बुरहानपुर (25.5 इंच) और शाजापुर (25.6 इंच) शामिल हैं। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक राज्य में भारी बारिश का दौर जारी रहने की संभावना जताई है।