मध्य प्रदेश के ग्वालियर में अनोखी करतूत: 'टॉमी जैसवाल' नाम के कुत्ते का बना आधार कार्ड, सिस्टम पर उठे सवाल Aajtak24 News

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में अनोखी करतूत: 'टॉमी जैसवाल' नाम के कुत्ते का बना आधार कार्ड, सिस्टम पर उठे सवाल Aajtak24 News

ग्वालियर/मध्य प्रदेश - मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जिसने सबको हैरान कर दिया है। यहाँ एक व्यक्ति ने अपने पालतू कुत्ते के नाम पर आधार कार्ड बनवा लिया है, जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस घटना ने एक तरफ जहाँ लोगों को हँसी-मज़ाक का मौका दिया है, वहीं दूसरी तरफ आधार कार्ड जारी करने वाली प्रणाली की सुरक्षा और विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए हैं।

क्या है वायरल आधार कार्ड में?

वायरल हो रहे इस आधार कार्ड में कुत्ते का फोटो लगा हुआ है और उसका नाम टॉमी जैसवाल लिखा है। कार्ड पर उसकी जन्मतिथि 25 दिसंबर 2010 दर्ज है। आधार कार्ड में लिंग (Gender) की जगह हिंदी में 'कुत्ता' और अंग्रेज़ी में 'डॉग' लिखा गया है। इतना ही नहीं, एक वैध दिखने वाला आधार नंबर, 070001051580, भी जारी किया गया है। कार्ड के पीछे पते के तौर पर पालकर्ता का नाम कैलाश जैसवाल, वार्ड नंबर 01, सिमरिया ताल, डबरा, ग्वालियर, मध्य प्रदेश (475110) अंकित है।

सोशल मीडिया पर बवाल और बहस

जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया पर फैली, लोगों ने इस पर तीखी प्रतिक्रियाएँ देना शुरू कर दिया। कुछ यूज़र्स ने इसे एक मज़ेदार मज़ाक बताया, जबकि अधिकांश लोगों ने इसे आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया में एक बड़ी खामी के रूप में देखा। लोगों ने सवाल उठाया कि अगर एक जानवर का आधार कार्ड बन सकता है, तो क्या इस सिस्टम का दुरुपयोग नहीं हो रहा है? कुछ ने मज़ाकिया लहजे में कहा कि अब तो कुत्ते-बिल्ली भी आधार कार्ड धारक बन जाएंगे, जबकि अन्य ने इस घटना को सिस्टम में मौजूद गंभीर सुरक्षा चूक का सबूत माना। हालांकि, यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है कि यह कार्ड किसी मज़ाक का हिस्सा है या फिर इसके पीछे कोई और उद्देश्य है, क्योंकि आज के AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के दौर में इस तरह के दस्तावेज़ों को आसानी से बनाया या एडिट किया जा सकता है। फिर भी, यह घटना आधार नामांकन प्रणाली की जाँच और उसमें सुधार की आवश्यकता को रेखांकित करती है, ताकि भविष्य में इस तरह की चूक से बचा जा सके।

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