'वित्तीय साक्षरता' सेचुरेशन कैंप: सुअरहा में लोगों को मिली सरकारी योजनाओं और बीमा की जानकारी Aajtak24 News

'वित्तीय साक्षरता' सेचुरेशन कैंप: सुअरहा में लोगों को मिली सरकारी योजनाओं और बीमा की जानकारी Aajtak24 News 

मऊगंज/मध्य प्रदेश - वित्तीय साक्षरता के महत्व को समझाने और सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए शासकीय प्राथमिक पाठशाला सुअरहा में एक विशेष 'वित्तीय साक्षरता सेचुरेशन कैंप' का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को बैंक खातों, सरकारी बीमा योजनाओं और ऑनलाइन फ्रॉड से सुरक्षित रहने के बारे में शिक्षित करना था।

बैंक खाता और सरकारी योजनाओं पर जोर

इस कैंप में मुख्य अतिथि के रूप में एलडीएम (लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर) मऊगंज, श्रीमती ज्योत्सना अग्रवाल और असिस्टेंट काउंसलर संतोष कुमार मिश्र मौजूद थे। संतोष कुमार मिश्र ने लोगों को बैंक खाते के महत्व के बारे में समझाया। उन्होंने बताया कि सरकार की सभी योजनाएं बैंक खातों से जुड़ी हैं, इसलिए खातों का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने खाताधारकों से रीकेवाईसी और डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) करवाने के साथ-साथ खातों में मोबाइल नंबर और नॉमिनी को भी जोड़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि नॉमिनी होने से खाताधारक की आकस्मिक मृत्यु के बाद परिवार को पैसा निकालने में आसानी होती है।

जन सुरक्षा और साइबर फ्रॉड से बचाव

एलडीएम ज्योत्सना अग्रवाल ने 1 जुलाई से 30 सितंबर तक चल रहे 'जन सुरक्षा अभियान' के बारे में बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा और अटल पेंशन योजना का अधिक से अधिक लाभ लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जब किसी गरीब परिवार में कोई दुर्घटना हो जाती है और बीमा नहीं होती, तो उन्हें आर्थिक मदद नहीं मिल पाती। अग्रवाल ने साइबर फ्रॉड की बढ़ती घटनाओं पर भी चिंता जताई और लोगों को सावधान रहने को कहा। उन्होंने लोगों को किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ अपनी गोपनीय जानकारी या ओटीपी साझा न करने की सलाह दी।

नि:शुल्क प्रशिक्षण और एजुकेशन लोन

यूनियन बैंक के लीड बैंक होने के नाते, मऊगंज में यूनियन ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान में गरीबों के लिए ब्यूटी पार्लर, कढ़ाई और बुनाई जैसे निशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसके अलावा, जिन छात्र-छात्राओं ने 12वीं में 85% से अधिक अंक प्राप्त किए हैं और जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है, उन्हें बैंक द्वारा 4 लाख 50 हजार रुपये का एजुकेशन लोन भी दिया जा रहा है। कार्यक्रम का सफल संचालन विद्यालय के शिक्षक सुरेश कुमार उपाध्याय ने किया।

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