अब 'सुरक्षित घेरे' में जनसंवाद
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर 20 अगस्त को राज निवास मार्ग स्थित उनके मुख्यमंत्री जन सेवा सदन में जनसुनवाई के दौरान एक व्यक्ति ने हमला कर दिया था। इस घटना के बाद, सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है।
इस बार जनसुनवाई में मुख्यमंत्री एक कुर्सी पर बैठी थीं, जबकि लोग एक-एक करके उनके सामने आ रहे थे। आवेदनों को सीधे मुख्यमंत्री को सौंपने और माइक्रोफोन के माध्यम से उनसे बातचीत करने की व्यवस्था की गई थी, जो उनकी मेज पर लगाया गया था। पहले, गुप्ता लोगों के बीच जाकर उनसे खुलकर बातचीत करती थीं, लेकिन अब एक सुरक्षित दूरी बनाए रखी जा रही है।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
जनसुनवाई के दौरान मुख्यमंत्री के चारों ओर महिला सुरक्षाकर्मियों सहित पुलिसकर्मियों का कड़ा घेरा था। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, जिसमें प्रतिभागियों की मेटल डिटेक्टर से तलाशी लेना और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से पूरे कार्यक्रम की निगरानी करना शामिल था।
165 लोगों की शिकायतें सुनीं
अपनी समस्याओं के समाधान और सरकार से मदद की उम्मीद लेकर बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं मुख्यमंत्री आवास पर एकत्रित हुए थे। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने लगभग 165 लोगों की शिकायतें और सुझाव सुने, और तत्काल आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। इस अवसर पर कई लोगों ने मुख्यमंत्री को गुलदस्ते देकर उनका स्वागत किया और बधाई दी। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने समूची दिल्ली से आए लोगों से मुलाकात की और अधिकारियों को उनकी शिकायतों के तत्काल निवारण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, "जनता से बातचीत मुझे हमेशा एक नई ऊर्जा से भर देती है और सेवा के प्रति मेरी प्रतिबद्धता को और गहरा करती है। जन सुनवाई एक नई परंपरा है।" उन्होंने जोर देकर कहा कि जनसेवा और हर शिकायत का निवारण दिल्ली सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।