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| रांची में 'छात्रावास' बना 'देह-व्यापार' का अड्डा: 10 युवतियां और हॉस्टल मैनेजर हिरासत में, सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ Aajtak24 News |
रांची/झारखंड - झारखंड की राजधानी रांची से मानवता को झकझोर देने वाला एक मामला सामने आया है। रांची पुलिस ने लालपुर इलाके में स्थित 'ओम गर्ल्स हॉस्टल' से संचालित हो रहे एक बड़े सेक्स ट्रैफिकिंग रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई में 10 युवतियों सहित कुल 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें हॉस्टल का मैनेजर भी शामिल है। यह खुलासा होने के बाद शहर में सनसनी फैल गई है।
'सुरक्षित आशियाना' बना 'असुरक्षित अड्डा': कैसे हुआ खुलासा?
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग संगठित गिरोह के माध्यम से दूसरे राज्यों से लड़कियों को लाकर रांची में देह व्यापार के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। यह रैकेट शहर के एक गर्ल्स हॉस्टल से संचालित हो रहा था, जो अपनी सुरक्षा के लिए जाना जाता है। सूचना के आधार पर, पुलिस महकमा तुरंत सक्रिय हुआ और एक विशेष टीम का गठन किया गया। DSP सिटी के.वी. रमन के नेतृत्व में, DSP कोतवाली प्रकाश सोय और लालपुर थाना प्रभारी रूपेश कुमार सहित जिले के कई आला अधिकारी और पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। पुलिस टीम ने ओम गर्ल्स हॉस्टल में अचानक छापा मारा। प्रारंभिक जांच और छापेमारी के दौरान, पुलिस ने हॉस्टल से 10 युवतियों को हिरासत में लिया। ये युवतियां ज्यादातर पश्चिम बंगाल की बताई जा रही हैं और सभी बालिग हैं। उनसे गहन पूछताछ की जा रही है और उनके दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है।
हॉस्टल मैनेजर गिरफ्तार, रैकेट के नेटवर्क की तलाश जारी
पुलिस ने इस रैकेट के संचालन में कथित तौर पर संलिप्तता के आरोप में हॉस्टल के मैनेजर को भी गिरफ्तार कर लिया है। शुरुआती पूछताछ में यह बात सामने आई है कि यह गिरोह लंबे समय से हॉस्टल परिसर का इस्तेमाल सेक्स रैकेट के ठिकाने के रूप में कर रहा था। युवतियों को यहां रखकर बाहर अलग-अलग जगहों पर भेजा जाता था, जिसके बदले में मोटी रकम वसूली जाती थी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस रैकेट में कई बाहरी लोग भी जुड़े हो सकते हैं, जिनमें मुख्य सरगना और उनके सहयोगी शामिल हैं। इन आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि लड़कियों को भुगतान किस तरीके से किया जाता था और क्या यह गिरोह किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा है।
मालिक पर भी कस सकता है शिकंजा, एक से ज्यादा हॉस्टल में सक्रिय होने की आशंका
DSP सिटी के.वी. रमन ने बताया कि हॉस्टल के मालिक के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस इस संभावना से भी इनकार नहीं कर रही है कि यह सेक्स ट्रैफिकिंग का नेटवर्क सिर्फ एक हॉस्टल तक ही सीमित न हो, बल्कि एक से ज्यादा जगहों पर भी सक्रिय हो सकता है। पुलिस सभी पहलुओं की गहन जांच कर रही है ताकि रैकेट के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।
झारखंड में जारी है ऐसे अपराधों का सिलसिला
यह कोई पहला मामला नहीं है जब झारखंड में इस तरह का कोई बड़ा सेक्स रैकेट पकड़ा गया हो। इससे पहले 19 अगस्त को हजारीबाग में भी पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया था। वहां हाईवे किनारे स्थित छह होटलों पर छापेमारी कर 26 युवक-युवतियों को संदिग्ध स्थिति में हिरासत में लिया गया था, जिनमें से 17 को जेल भेजा गया था। इनमें होटलों के संचालक और मैनेजर भी शामिल थे। रांची पुलिस की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि ऐसे रैकेटों के खिलाफ निरंतर अभियान चलाने की आवश्यकता है, जो खासकर युवा और कमजोर वर्ग को निशाना बनाते हैं। पुलिस का लक्ष्य इस मामले में शामिल सभी अपराधियों को पकड़कर उन्हें कड़ी सजा दिलाना है।
