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मैहर में तनाव: हत्या के आरोपी के घर में लगी आग, महापंचायत के बाद बिगड़ा माहौल; भारी पुलिस बल तैनात tenat Aajtak24 News |
मैहर/मध्य प्रदेश - मैहर जिले के ताला थाना क्षेत्र के बिगौड़ी गांव में 11 जुलाई को हुई एक हत्या के मामले को लेकर आयोजित महापंचायत के बाद स्थिति अचानक तनावपूर्ण हो गई। महापंचायत खत्म होते ही कुछ अज्ञात लोगों ने एक झोपड़ी में आग लगा दी, जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी और तनाव फैल गया। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
एक महीने पुराना हत्याकांड
यह पूरा मामला 11 जुलाई को बिगौड़ी गांव के निवासी शिवनारायण तिवारी की चाकू मारकर की गई हत्या से जुड़ा है। इस हत्या का मुख्य आरोपी साहिल खान बताया जा रहा है। घटना के बाद से ही ग्रामीणों और मृतक के परिजनों में आरोपी के खिलाफ गहरा आक्रोश बना हुआ था। उस समय भी ग्रामीणों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद पुलिस और प्रशासन के आश्वासन पर मामला शांत हुआ था। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि इस मामले को दबाने या गलत दिशा देने में मोहम्मद इसहाक मदनी, मोहम्मद अंजुम खान, और नगर सैनिक जैसे कुछ अन्य लोग भी शामिल थे।
महापंचायत में उमड़ी भीड़, उग्र हुई मांगें
मृतक को न्याय दिलाने की मांग को लेकर रविवार को हिंदू महासभा द्वारा एक 'सकल हिंदू महापंचायत' बुलाई गई थी। इस महापंचायत में बड़ी संख्या में ग्रामीण और मृतक के परिजन शामिल हुए। दोपहर तीन बजे शुरू हुई महापंचायत में वक्ताओं ने प्रशासन की कथित निष्क्रियता पर सवाल उठाए और जोरदार मांगें रखीं। इनमें पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने और मुख्य आरोपी साहिल खान के मकान को ध्वस्त करने की मांग प्रमुख थी। महापंचायत में भजन-कीर्तन भी हुआ, लेकिन धीरे-धीरे माहौल उग्र होता गया।
आगजनी और भगदड़
महापंचायत समाप्त होते ही, कुछ आक्रोशित लोगों ने पास ही स्थित एक झोपड़ी में आग लगा दी। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह वही झोपड़ी थी जहाँ से लंबे समय से अवैध नशे का कारोबार चलाया जा रहा था और जिसकी शिकायतें पहले भी की गई थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। गनीमत रही कि आग लगने के समय झोपड़ी में कोई मौजूद नहीं था। आगजनी की इस घटना के बाद पूरे गांव में भगदड़ मच गई।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंचल नागर और एसडीएम डॉ. आरती सिंह ने स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश की। पुलिस बल ने तत्काल आग पर काबू पाया और भीड़ को तितर-बितर किया। फिलहाल, पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और स्थिति शांतिपूर्ण है, लेकिन पुलिस लगातार निगरानी बनाए हुए है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आगजनी की जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना स्थानीय प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है और कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। प्रशासन गांववालों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है, वहीं हिंदू महासभा का कहना है कि जब तक दोषियों को कड़ी सजा नहीं मिलती और उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।