पहलगाम हमले का बदला: 'बेटियों के सिंदूर का वादा पूरा'
जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को याद किया, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी। उन्होंने भावुक होते हुए कहा, "उस दिन मेरा हृदय पीड़ा से भर गया था। उन बेटियों का दुख, उनके परिवारों की वेदना मेरी आत्मा को झकझोर रही थी। तब मैंने बाबा से यही प्रार्थना की थी कि पीड़ित परिवारों को शक्ति दें।" उन्होंने अपने संकल्प को याद करते हुए कहा, "मैंने वचन लिया था कि मैं मेरी इन बेटियों के सिंदूर का बदला ज़रूर लूंगा।" प्रधानमंत्री ने गर्व के साथ कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता उनके उसी संकल्प की परिणति है, जिसे वह महादेव के चरणों में समर्पित करते हैं।
'शिव का रौद्र रूप': नया भारत अब नहीं झुकेगा
पीएम मोदी ने भारत की नई नीति को भगवान शिव के दो रूपों से जोड़ा। उन्होंने कहा, "यह नया भारत है। यह नया भारत भोलेनाथ को भी पूजता है और देश के दुश्मनों के सामने काल भैरव भी बन जाता है।" उन्होंने आगे कहा कि शिव का एक रूप कल्याणकारी है, तो दूसरा रौद्र रूप है, जिसे ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पूरी दुनिया ने देखा है। उन्होंने साफ चेतावनी दी, "भारत पर जो वार करेगा, वह पाताल में भी नहीं बचेगा।" यह बयान दर्शाता है कि भारत अब रक्षात्मक नहीं, बल्कि आक्रामक रुख अपना रहा है।
विपक्ष पर तीखा हमला: 'पाकिस्तान का दुख कांग्रेस-सपा से सहा नहीं जा रहा'
प्रधानमंत्री मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता पर सवाल उठाने वाले विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह करने से कुछ लोगों के पेट में दर्द हो रहा है। उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा, "उधर आतंक का आका रोता है, इधर कांग्रेस, सपा वाले आतंकियों की हालत को देखकर रोते हैं।" उन्होंने कांग्रेस पर 'ऑपरेशन सिंदूर' को 'तमाशा' कहने का आरोप लगाया और कहा कि क्या सिंदूर कभी तमाशा हो सकता है? समाजवादी पार्टी पर भी उन्होंने आतंकवादियों का समर्थन करने और वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया।
काशी को मिली विकास की सौगातें और भोजपुरी का अपनापन
इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रधानमंत्री ने काशी को ₹2200 करोड़ की 52 परियोजनाओं की सौगात दी। साथ ही, उन्होंने देश के 9.7 करोड़ से अधिक किसानों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि की 20वीं किस्त के रूप में ₹20,500 करोड़ सीधे उनके खातों में ट्रांसफर किए। काशी के ऐतिहासिक दालमंडी क्षेत्र के पुनर्विकास कार्य की भी आधारशिला रखी गई। पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत भोजपुरी में 'नम: पार्वती पतये, हर-हर महादेव' के जयकारे के साथ की और कहा, "सावन के पावन महीना में आज हमके काशी के हमरे परिवार के लोगन से मिलय के अवसर मिलल हय," जिसने जनता के साथ उनके गहरे और आत्मिक रिश्ते को और भी मजबूत कर दिया।