शिकायतकर्ता राममनोहर पाल, निवासी ग्राम नगड़वाह, ने कलेक्टर से लिखित शिकायत में बताया है कि रोजगार सहायक अमित सिंह ने अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर फर्जी तरीके से पीएम आवास स्वीकृत कराए हैं। इन लाभार्थियों में उनके पिता सतेंद्र सिंह, बड़े भाई अजीत सिंह (जो एक प्राइवेट स्कूल चलाते हैं), और चाची निशा सिंह शामिल हैं। शिकायत के अनुसार, इन लाभार्थियों का ग्राम पंचायत ढोलर में पीएम आवास का निर्माण नहीं कराया गया है। इसके बजाय, इनका परिवार जयसिंहनगर के वार्ड नंबर 15 में एक पक्के मकान में रहता है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि पीएम आवास के लिए मिली राशि का उपयोग ग्राम लोढी बहरा में खसरा नंबर 117/1 की शासकीय भूमि पर बन रहे निजी स्कूल 'अमृता पब्लिक स्कूल' के निर्माण में किया जा रहा है।
शिकायतकर्ता राममनोहर पाल ने कलेक्टर और कमिश्नर से मांग की है कि रोजगार सहायक अमित सिंह और इसमें शामिल अन्य दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की जाए। उन्होंने फर्जी तरीके से पीएम आवास की राशि का गबन कर निजी स्कूल बनाने के इस मामले की गहन जांच और दोषियों को सजा देने की मांग की है। इस मामले में अभी तक जनपद पंचायत जयसिंहनगर के सीईओ या अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से कोई ठोस कार्रवाई सामने नहीं आई है। आरोप है कि अधिकारी जांच का हवाला देकर मामले को टालने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे भ्रष्टाचार करने वालों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। अब देखना यह है कि क्या इस मामले में कोई कार्रवाई होगी, या यह भी सिर्फ कागजों तक सीमित होकर दब जाएगा।