डांस बार में MNS का 'एक्शन': राज ठाकरे के बयान के बाद तोड़फोड़, 15 कार्यकर्ताओं पर केस kes Aajtak24 News

डांस बार में MNS का 'एक्शन': राज ठाकरे के बयान के बाद तोड़फोड़, 15 कार्यकर्ताओं पर केस kes Aajtak24 News

मुंबई/महाराष्ट्र - राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) एक बार फिर अपने उग्र तेवरों के कारण विवादों में घिर गई है। इस बार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पनवेल के एक डांस बार में जमकर तोड़फोड़ की है, जिसके बाद पुलिस ने 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह घटना MNS प्रमुख राज ठाकरे द्वारा रायगढ़ में अवैध डांस बारों पर की गई सख्त टिप्पणी के कुछ ही घंटों बाद हुई। क्या है पूरा मामला? शनिवार देर रात, पनवेल के बाहरी इलाके में स्थित 'नाइट राइडर्स बार' में MNS के कुछ कार्यकर्ता घुस गए। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे एक वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि ये लोग हाथों में लाठी-डंडे लिए हुए हैं और बार के अंदर जमकर तोड़फोड़ कर रहे हैं। उन्होंने फर्नीचर तोड़े, शराब की बोतलें फोड़ीं और बार की संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया। इस घटना से बार में हड़कंप मच गया और वहां मौजूद लोगों में दहशत फैल गई।

पुलिस के अनुसार, इस मामले में MNS के पदाधिकारी योगेश चिले और 15 अन्य लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस फिलहाल आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए जांच कर रही है। राज ठाकरे की टिप्पणी और MNS का बचाव इस घटना से कुछ घंटे पहले, राज ठाकरे ने रायगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि पर अवैध डांस बारों के संचालन की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने कहा था कि सरकार को इन पर तुरंत लगाम लगानी चाहिए। उनके इस भाषण के बाद ही कार्यकर्ताओं ने यह कदम उठाया।

पार्टी के वरिष्ठ नेता संदीप देशपांडे ने इस तोड़फोड़ को "प्रतीकात्मक विरोध" बताते हुए इसका बचाव किया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, "सरकार को इन अवैध बारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। क्या वे बार चला रहे हैं या उन्हें बचा रहे हैं? अगर वे इन्हें बंद नहीं करेंगे, तो लोग खुद ही कार्रवाई करेंगे।" देशपांडे का यह बयान साफ तौर पर कार्यकर्ताओं के इस कृत्य को जायज ठहराता है। विवादों से भरा MNS का इतिहास MNS का इस तरह के आक्रामक रवैये का यह पहला मामला नहीं है। पार्टी को इससे पहले भी गैर-मराठी भाषियों के साथ मारपीट और जबरन वसूली जैसे मामलों में आलोचना का सामना करना पड़ा है। पार्टी अक्सर मराठी अस्मिता के नाम पर इस तरह की आक्रामक राजनीति करती रही है।

डांस बार में तोड़फोड़ की इस घटना ने एक बार फिर MNS को आलोचकों के निशाने पर ला दिया है। जहां एक तरफ पार्टी इसे महाराष्ट्र की संस्कृति और कानून-व्यवस्था की रक्षा के लिए जरूरी बता रही है, वहीं दूसरी ओर कई लोग इसे कानून अपने हाथ में लेना और गुंडागर्दी बता रहे हैं। यह घटना महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर रही है, और अब देखना यह होगा कि पुलिस और सरकार इस मामले पर क्या रुख अपनाती है।

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