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शरद पवार की पार्टी ने निकाय चुनाव में बैलेट पेपर की मांग की, उद्धव ठाकरे भी समर्थन में me Aajtak24 News |
एनसीपी-एसपी के नेता राहुल कलाते ने कहा कि चुनाव आयोग का यह फैसला बेहद निराशाजनक है। उन्होंने आरोप लगाया कि वीवीपैट मशीनों की कमी का बहाना बनाना इस ओर इशारा करता है कि आयोग निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव नहीं कराना चाहता। उनके अनुसार, बिना वीवीपैट के चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठेंगे और धांधली की आशंका भी बढ़ जाएगी।
राहुल कलाते, जिन्होंने पुणे की चिंचवाड़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और हार गए थे, ने अपने पुराने अनुभवों का हवाला देते हुए इस मुद्दे पर जोर दिया। विधानसभा चुनाव में हार के बाद उन्होंने मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए फिर से गिनती की मांग की थी। अब निकाय चुनाव के संदर्भ में भी उनका कहना है कि बिना वीवीपैट के चुनाव की पारदर्शिता बनाए रखना असंभव है।
उद्धव ठाकरे ने भी जताई असहमति
इंडिया गठबंधन के एक और प्रमुख नेता उद्धव ठाकरे ने भी इस फैसले को गलत बताया है। उन्होंने गुरुवार को स्पष्ट कहा कि चुनाव वीवीपैट मशीनों से ही कराए जाने चाहिए। एनसीपी-एसपी और शिवसेना दोनों का ही मानना है कि यदि चुनाव आयोग आधुनिक तकनीक का उपयोग करके पारदर्शी चुनाव कराने में असमर्थ है, तो उसे पुरानी और पारंपरिक बैलेट पेपर प्रणाली पर वापस लौट जाना चाहिए, जिस पर जनता का भरोसा कायम है।
यह मांग ऐसे समय में आई है जब राज्य में निकाय चुनाव की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि यह मुद्दा केवल एक चुनाव का नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया की विश्वसनीयता और जनता के भरोसे का है। उन्होंने चुनाव आयोग से इस फैसले पर पुनर्विचार करने और एक ऐसा तरीका अपनाने की अपील की है जिससे चुनाव पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी हों।