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तंत्र-मंत्र के लिए सिपाही ने दी 9 साल के भांजे की बलि, देवरिया में दिल दहला देने वाली वारदात vardat Aajtak24 News |
देवरिया/उत्तर प्रदेश - उत्तर प्रदेश के देवरिया से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ अंधविश्वास ने एक परिवार को तबाह कर दिया। एक पुलिस सिपाही ने भूत-प्रेत के साये से छुटकारा पाने के लिए अपने ही 9 साल के भांजे आरुष गोंड का अपहरण कर उसकी निर्मम बलि चढ़ा दी। इस खौफनाक वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने बच्चे के शव को पहले दफनाया और फिर सरयू नदी में फेंक दिया। पुलिस ने इस मामले में आरोपी सिपाही इंद्रजीत गोंड, उसके मामा और एक अन्य साथी समेत कुल चार लोगों को हिरासत में लिया है।
अंधविश्वास और साजिश का खौफनाक जाल
यह घटना देवरिया के भलुअनी थाना क्षेत्र के पटखौली गांव की है। 16 अप्रैल को आरुष अपने घर के बाहर से अचानक गायब हो गया। परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन जब वह नहीं मिला, तो उन्होंने अपहरण का केस दर्ज कराया। पुलिस ने जांच के दौरान बच्चे के फूफा और गोंडा में तैनात सिपाही इंद्रजीत गोंड पर शक किया। कड़ी पूछताछ में इंद्रजीत ने कबूल किया कि वह भूत-प्रेत के साये से परेशान था। इस समस्या के समाधान के लिए वह अपने मामा जयप्रकाश, जो झाड़-फूंक करता है, के पास गया। जयप्रकाश ने उसे नर बलि देने की सलाह दी।
अपहरण और तीन दिन बाद बलि
आरोपी इंद्रजीत ने अपने साढ़ू शंकर गोंड के साथ मिलकर आरुष के अपहरण की योजना बनाई। 16 अप्रैल को शंकर गोंड ने आरुष को उसके घर से अगवा कर लिया और उसे गोरखपुर के बड़हलगंज में एक किराए के मकान में तीन दिनों तक रखा। 19 अप्रैल की रात इंद्रजीत, जयप्रकाश, शंकर गोंड और एक और शख्स ने मिलकर आरुष की बेरहमी से बलि दे दी। मासूम की बलि देने के बाद, उन्होंने उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए पहले उसे जमीन में दफनाया और फिर बाद में निकालकर बरहज स्थित सरयू नदी में फेंक दिया, ताकि कोई सुराग न मिले।
सिपाही के पद पर था आरोपी
आरोपी इंद्रजीत गोंड, सुरौली थाना क्षेत्र के पैकौली गांव का रहने वाला है और उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही के पद पर कार्यरत है। हाल ही में दिसंबर 2024 में उसकी शादी हुई थी, जिसके बाद वह अंधविश्वास के चक्कर में पड़ गया था। उसने पहले भी बकरे की बलि दी थी, लेकिन जब उसे कोई फायदा नहीं हुआ, तो उसके मामा ने नर बलि की सलाह दी थी। इस मामले ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और लोग पुलिस की कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं।