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| गुरुग्राम में किन्नरों और पुलिस के बीच भारी बवाल: डायल 112 की गाड़ियां तोड़ीं, थाने में भी हुआ हंगामा Aajtak24 News |
गुरुग्राम - सोमवार तड़के गुरुग्राम में किन्नर समुदाय और पुलिस के बीच भीषण झड़प हो गई, जिसके बाद शहर में तनाव फैल गया। इस दौरान गुस्साए किन्नरों ने पुलिस की आपातकालीन सेवा की गाड़ी डायल 112 और थाने की राइडर बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना के बाद किन्नरों के एक बड़े समूह ने डीएलएफ फेज-2 थाने के बाहर भारी प्रदर्शन और नारेबाजी की, जिसके चलते पुलिस को अतिरिक्त बल तैनात करना पड़ा।
किन्नरों के गंभीर आरोप
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही शगुन नाम की एक किन्नर ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि देर रात उनकी साथी सोनाली, शिवी और रिया एमजी रोड मेट्रो स्टेशन के पास खड़ी थीं, तभी कुछ पुलिसकर्मी आए और उन्हें वहां से हटाने लगे। शगुन का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनसे गलत काम करने के लिए दबाव बनाया। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो पुलिसकर्मियों ने उनके साथ बेरहमी से मारपीट की और उन्हें जबरन थाने ले गए। शगुन का कहना है कि थाने में रात को कोई महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थी और लगभग 12 पुलिसकर्मियों ने तीन किन्नरों के साथ मारपीट की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके आठ साथियों को बिना किसी वजह के थाने में बंद कर दिया और उन्हें पानी तक नहीं दिया। एक अन्य किन्नर ने यह भी दावा किया कि पुलिसकर्मी पहले भी कई बार उनके साथ संबंध बना चुके हैं।
पुलिस ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने किन्नरों द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि ये आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद और झूठे हैं। संदीप कुमार ने बताया कि पुलिस की टीम एमजी रोड से किन्नरों को हटा रही थी, क्योंकि वे वहां पर खड़े थे और यातायात बाधित कर रहे थे। इसी दौरान किन्नरों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया, जिससे पुलिस की गाड़ियों को नुकसान पहुंचा। पुलिस प्रवक्ता ने किसी भी तरह के अनुचित व्यवहार या संबंध बनाने की बात को पूरी तरह से नकार दिया। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और 8 किन्नरों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। यह घटना शहर के एक पॉश इलाके में हुई है और अब यह पुलिस और किन्नर समुदाय के बीच एक बड़े विवाद का कारण बन गया है।
