रात के अंधेरे में हमला: चीख-पुकार और मौत
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार देर रात करीब 1 बजे की घटना बताई जा रही है। मो. बादशाह अपने घर में सो रहा था, तभी कुछ अज्ञात बदमाशों ने उस पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। चाकू के वार से बादशाह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसकी चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर जब तक घर के अन्य सदस्य नींद से जागते, तब तक हमलावर रात के अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो चुके थे। परिजनों ने तुरंत खून से लथपथ बादशाह को इलाज के लिए बेगूसराय के एक अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुराना विवाद बना मौत की वजह? परिजन बोले- 'एक दुकानदार पर शक है'
मृतक मो. बादशाह गांव के पास स्थित एलाश चौक पर मुर्गे का मीट बेचने का काम करता था। परिजनों ने पुलिस को बताया कि कुछ दिनों पहले बादशाह का उसी चौक पर साइकिल, टॉर्च और ताला ठीक करने वाले एक दुकानदार से किसी बात पर विवाद हुआ था। परिजनों को शक है कि इस हत्या के पीछे उसी दुकानदार का हाथ हो सकता है, जिसने पुरानी रंजिश के चलते इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया।
न्याय की मांग में सड़क पर उतरे लोग, प्रशासन ने दिया आश्वासन
बेगूसराय से जब नाबालिग का शव जोगिया गांव लाया गया, तो परिजनों और स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने एलाश चौक पर शव रखकर सड़क जाम कर दी और हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करने लगे। यह जाम करीब दो घंटे तक चला, जिससे आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ। घटना की सूचना मिलते ही बीडीओ प्रेम कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित भीड़ को समझाया-बुझाया और निष्पक्ष जांच व दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद जाम खत्म किया जा सका।
अलौली थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गहनता से छानबीन की जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस घटना ने एक बार फिर बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। देखना होगा कि पुलिस कब तक इस जघन्य हत्याकांड के पीछे के रहस्य को सुलझा पाती है और मृतक नाबालिग के परिवार को न्याय मिलता है।