प्रेम संबंध से लिंग परिवर्तन तक का दर्दनाक सफ़र
यह दर्दनाक कहानी ओबेदुल्लागंज के रहने वाले पीड़ित युवक से जुड़ी है। उसकी बहन की ससुराल नर्मदापुरम में है, और वहीं उसकी मुलाकात शुभम यादव से हुई। साल 2021-2022 के दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और वे गहरे प्रेम संबंध में आ गए। युवक का आरोप है कि इस दौरान शुभम ने होटल में उससे कई बार शारीरिक संबंध बनाए और अपने प्यार का यकीन दिलाने के लिए उसके खाते में 6 लाख रुपये भी ट्रांसफर किए।
प्यार और विश्वास की इस बुनियाद पर, युवक का कहना है कि शुभम ने उसे 'महिला' बनने के लिए राजी किया। शुभम के लगातार दबाव और शादी के वादे के चलते, युवक ने 18 नवंबर, 2024 को इंदौर के खजराना स्थित एक निजी अस्पताल में अपना लिंग परिवर्तन करवा लिया। इस सर्जरी का मतलब पुरुष के शरीर को चिकित्सकीय रूप से महिला के शरीर में बदलना था – एक ऐसा कदम जिसे व्यक्ति अक्सर अपने लैंगिक पहचान से मेल खाने के लिए उठाता है। युवक का दावा है कि उसने यह सब सिर्फ इसलिए किया क्योंकि उसे शुभम के प्यार और शादी के वादे पर पूरा भरोसा था।
लिंग परिवर्तन के बाद शुरू हुआ 'दुष्कर्म' और 'ब्लैकमेल' का खेल
लेकिन, लिंग परिवर्तन के बाद प्यार की यह कहानी एक डरावने मोड़ पर आ गई। पीड़ित युवक का आरोप है कि सर्जरी के ठीक बाद, 25 दिसंबर, 2024 को शुभम ने उसे नर्मदापुरम बुलाया और वहाँ एक बार फिर उसका शारीरिक शोषण किया। इसके बाद से, शुभम का व्यवहार पूरी तरह बदल गया। पीड़ित का कहना है कि शुभम अब उससे 10 लाख रुपये की मोटी रकम की मांग कर रहा है और धमकी दे रहा है कि अगर पैसे नहीं मिले तो वह उसे बदनाम कर देगा और उसकी 'नई पहचान' को सार्वजनिक कर देगा।
पुलिस ने दर्ज की 'जीरो एफआईआर', मामले की जांच जारी
शुभम की इन हरकतों से परेशान होकर और खुद को बेबस पाकर, पीड़ित युवक ने भोपाल के गांधीनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत जीरो एफआईआर (Zero FIR) दर्ज कर ली है। 'जीरो एफआईआर' का मतलब है कि अपराध कहीं भी हुआ हो, पुलिस तत्काल मामला दर्ज कर सकती है, और बाद में उसे संबंधित थाना क्षेत्र में स्थानांतरित कर देती है। चूँकि यह घटना नर्मदापुरम क्षेत्र में घटित हुई है, इसलिए इस एफआईआर को आगे की विस्तृत जांच के लिए नर्मदापुरम भेजा जाएगा। पुलिस ने बताया है कि पीड़ित की मेडिकल जांच कराई जा रही है और मामले की सभी पहलुओं से गहनता से जांच की जा रही है। यह मामला न केवल यौन शोषण और धोखाधड़ी का है, बल्कि इसमें लैंगिक पहचान से जुड़े संवेदनशील मुद्दे और विश्वासघात की जटिल परतें भी हैं, जिनकी गहनता से पड़ताल होना आवश्यक है। इस घटना ने एक बार फिर रिश्तों में विश्वास और धोखे की गंभीर प्रकृति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।