भोजपुर में 'शराब' का कहर: पुलिस की गोली से मौत, गुस्साए लोगों ने सैप जवान को 6 घंटे बंधक बनाया banaya Aajtak24 News

भोजपुर में 'शराब' का कहर: पुलिस की गोली से मौत, गुस्साए लोगों ने सैप जवान को 6 घंटे बंधक बनाया banaya Aajtak24 News

भोजपुर/बिहार - बिहार के भोजपुर जिले के शाहपुर में रविवार को अवैध शराब के खिलाफ चल रही कार्रवाई उस समय हिंसक टकराव में बदल गई जब उत्पाद विभाग की कथित गोलीबारी में एक युवक की मौत हो गई और दूसरा घायल हो गया। इस घटना के बाद इलाके में भारी बवाल मच गया। आक्रोशित भीड़ ने एक सैप (विशेष सशस्त्र पुलिस) जवान को लगभग छह घंटे तक बंधक बनाए रखा और उसकी बेरहमी से पिटाई की, जिससे उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

घटना का विस्तृत विवरण

शाहपुर के वार्ड नंबर 3 में उत्पाद विभाग की टीम को अवैध शराब के भंडारण की सूचना मिली थी। जब टीम छापेमारी के लिए पहुंची, तो स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया और पथराव शुरू कर दिया, जिसमें एक उत्पाद जवान घायल हो गया। इसके जवाब में, उत्पाद विभाग की टीम ने गोलीबारी कर दी। इस गोलीबारी में दो युवक गोली का शिकार हुए, जिनमें से एक की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। मृतक युवक की पहचान अभी स्पष्ट नहीं है।

भीड़ का आक्रोश और सैप जवान पर हमला

युवक की मौत की खबर फैलते ही शाहपुर में तनाव बढ़ गया। गुस्साई भीड़ सड़कों पर उतर आई और उत्पाद विभाग की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए विरोध प्रदर्शन करने लगी। इसी दौरान, भीड़ ने एक सैप जवान को घेर लिया, उसकी बेरहमी से पिटाई की और फिर उसे बंधक बना लिया।

6 घंटे बाद छूटा जवान, हालत गंभीर

करीब छह घंटे की मशक्कत के बाद, उत्पाद अधीक्षक रजनीश, स्थानीय पुलिस, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के अथक प्रयासों से सैप जवान को मुक्त कराया जा सका। हालांकि, पिटाई के कारण जवान की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है और उसे तत्काल चिकित्सा सहायता के लिए ले जाया गया है।

उत्पाद विभाग का बयान और पुलिस की कार्रवाई

उत्पाद अधीक्षक रजनीश ने दावा किया है कि ग्रामीणों की ओर से भी कई राउंड फायरिंग की गई, जिसके जवाब में उत्पाद विभाग की टीम ने आत्मरक्षा में गोली चलाई। उन्होंने कहा कि मामले की जांच चल रही है, और जो भी दोषी होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। घटना के बाद शाहपुर थानाध्यक्ष कुमार रजनीकांत के नेतृत्व में पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुंचा। उत्पाद अधीक्षक रजनीश, एसडीएम संजीत कुमार, एसडीपीओ राजेश कुमार शर्मा और बिहिया इंस्पेक्टर सुभाष प्रसाद भी दल-बल के साथ पहुंचे और हालात को काबू में लाया। इलाके में फिलहाल तनाव कायम है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस बल कैंप कर रहा है। इस घटना ने एक बार फिर से अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई के दौरान उत्पन्न होने वाले हिंसक टकरावों और कानून व्यवस्था की चुनौतियों को रेखांकित किया है। क्या इस घटना के बाद उत्पाद विभाग की कार्यप्रणाली में कोई बदलाव आएगा?

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