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हिमाचल में मॉनसून का कहर: 5 की मौत, 16 लापता; बाढ़-भूस्खलन से हाहाकार hahakar Aajtak24 News |
मंडी - हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने भयंकर तबाही मचाई है, खासकर मंडी जिले में। यहाँ बादल फटने की कई घटनाओं और लगातार बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन का तांडव जारी है। अब तक 5 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 16 लोग अभी भी लापता हैं। मंडी में 30 जून की रात को बादल फटने की कम से कम 10 घटनाओं ने हालात को और गंभीर बना दिया। ब्यास नदी उफान पर है, जिससे आसपास के इलाकों में खतरा मंडरा रहा है। कथुनाग में कई घर बाढ़ में बह गए हैं, जबकि करसोग, धर्मपुर, बगश्याड़, थुनाग और गोहर जैसे 100 से अधिक गाँवों में 24 घंटे से ज़्यादा समय से बिजली गुल है। धर्मपुर, गोहर और कोटली क्षेत्रों में कई घर, पशुशालाएँ और पुल पूरी तरह से बह गए हैं।
राहत और बचाव कार्य जारी
युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी हैं। मंडी में सबसे ज़्यादा 233 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, वहीं हमीरपुर में 51 और चंबा में 3 लोगों को बचाया गया है। पंडोह डैम से पानी छोड़े जाने के बाद ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से पंडोह बाज़ार क्षेत्र से भी 100 से 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। मंडी के डाइट परिसर में फँसी 29 युवतियों को गुरुद्वारे के राहत शिविर में शिफ्ट किया गया है।
अन्य राज्यों में भी बिगड़े हालात
हिमाचल के अलावा, देश के अन्य हिस्सों में भी मॉनसून अपना विकराल रूप दिखा रहा है:
उत्तर प्रदेश: वाराणसी में गंगा का जलस्तर तेज़ी से बढ़ रहा है, जिससे 20 से ज़्यादा मंदिर पानी में डूब गए हैं। लखीमपुर में शारदा नदी उफान पर है, और प्रयागराज में गंगा-यमुना में बाढ़ जैसे हालात हैं।
राजस्थान: भरतपुर और अलवर में भारी बारिश से सड़कों पर 2 फीट से ज़्यादा पानी भर गया है।
मध्य प्रदेश: राज्य के आधे हिस्से में बुधवार सुबह से बारिश जारी है और अगले 4 दिनों तक भारी बारिश का अनुमान है।
उत्तराखंड: भूस्खलन के कारण कोटद्वार-बद्रीनाथ मार्ग और यमुनोत्री हाईवे बंद हो गए हैं, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में भी भारी बारिश की आशंका जताई है। मंडी, कुल्लू, हमीरपुर, शिमला, सिरमौर और सोलन जिलों में बाढ़ का येलो अलर्ट जारी किया गया है। आगामी 7 जुलाई तक भारी बारिश और बिजली गिरने की आशंका के चलते ऑरेंज और येलो अलर्ट भी जारी किए गए हैं।
IMD ने अगले छह से सात दिनों तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और झारखंड में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
राष्ट्रीय राजमार्गों पर भी असर: मंडी-मनाली फोरलेन हाईवे पर सुरंग के गेट पर पहाड़ धंसने से रास्ता बंद हो गया है, जिससे यातायात बाधित हो गया है। करसोग बाईपास सड़क को भी भारी नुकसान पहुँचा है।