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नाबालिग से दुष्कर्म और आत्महत्या के लिए उकसाने वाला आरोपी गिरफ्तार, मोबाइल से मिले खौफनाक वीडियो video Aajtak24 News |
मऊगंज - मऊगंज थाना क्षेत्र में एक हृदयविदारक मामले में पुलिस ने त्वरित और संवेदनशील कार्रवाई करते हुए एक नाबालिग बालिका से दुष्कर्म कर उसे आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले से हुई है, जिसके बाद आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। पुलिस को आरोपी के मोबाइल से पीड़िता के साथ बनाए गए आपत्तिजनक वीडियो भी मिले हैं, जिसने इस मामले की गंभीरता को कई गुना बढ़ा दिया है।
जनआक्रोश को पुलिस ने बदला विश्वास में
इस अमानवीय घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया था और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए थे। पीड़िता के परिजनों और स्थानीय नागरिकों में इतना अधिक आक्रोश था कि उन्होंने मऊगंज थाने का घेराव कर लिया। ऐसी तनावपूर्ण स्थिति में, मऊगंज जिले के पुलिस अधीक्षक दिलीप कुमार सोनी और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह परिहार ने व्यक्तिगत रूप से संज्ञान लेते हुए जिस मुस्तैदी और संवेदनशीलता से कार्रवाई की, उसने न केवल एक बड़ी अनहोनी को टाल दिया, बल्कि पीड़ित परिवार और आम जनता का विश्वास भी जीता।
अधिकारियों ने थाने का घेराव कर रहे लोगों से सीधा संवाद स्थापित किया और उन्हें आश्वस्त किया कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्त में लिया जाएगा। पुलिस ने अपना वादा निभाया और चंद दिनों के भीतर ही आरोपी को ट्रैक कर बुरहानपुर से गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई ने यह साबित कर दिया कि अपराध कितना भी गूढ़ और अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, सशक्त नेतृत्व और संकल्प के सामने पुलिस की निगाहों से बच पाना असंभव है।
मोबाइल से मिले अहम सबूत, फोरेंसिक जांच जारी
आरोपी के मोबाइल से बरामद आपत्तिजनक वीडियो पुलिस जांच का अहम आधार बन रहे हैं। तकनीकी टीम इन वीडियो की फोरेंसिक जांच कर रही है ताकि न्यायालय में ठोस साक्ष्य प्रस्तुत किए जा सकें। इस मामले में आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट, आईटी एक्ट, दुष्कर्म, और आत्महत्या के लिए प्रेरित करने जैसी गंभीर धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।
मऊगंज पुलिस की यह तत्परता और निष्पक्ष कार्रवाई न केवल एक पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हुई है, बल्कि यह भी सिद्ध कर दिया है कि जब नेतृत्व दृढ़ हो, तो कानून का डंडा हर अपराधी तक पहुँचता है। पुलिस ने इस मामले में न केवल अपना वादा निभाया, बल्कि न्याय के लिए जनविश्वास की एक नई परिभाषा भी गढ़ दी। यह घटना उन सभी अपराधियों के लिए एक कड़ी चेतावनी है जो मासूमों को अपना शिकार बनाने की हिमाकत करते हैं।