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बिहार में रूह कंपा देने वाली हैवानियत: नाबालिग से गैंगरेप, आंखों में तेज़ाब, सिगरेट से दागा, फिर हत्या कर शव पेड़ से लटकाया latkaya Aajtak24 News |
सीतामढ़ी/बिहार - मुजफ्फरपुर की दिल दहला देने वाली वारदात के बाद अब बिहार के सीतामढ़ी जिले से एक और बेहद जघन्य और रूह कंपा देने वाली खबर सामने आई है। नानपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में एक नाबालिग लड़की से सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी निर्मम हत्या कर दी गई है। यह घटना इतनी क्रूर है कि इसने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस अधीक्षक अमित रंजन ने मंगलवार को प्रेसवार्ता में घटना का खुलासा करते हुए बताया कि नाबालिग लड़की शनिवार को अपने रिश्तेदारों के पड़ोसियों के साथ बाजार गई थी। वहां से लौटने के बाद देर शाम वह आम तोड़ने के लिए बगीचे में चली गई। यहीं से दरिंदों ने उसे अपनी हैवानियत का शिकार बनाया।
हैवानियत की हर हद पार: झकझोर देने वाले खुलासे
पुलिस के अनुसार, इस नाबालिग से बगीचे के रखवार सहित पांच युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। हैवानियत की हदें पार करते हुए, आरोपियों ने उसकी आंखों में आम के डंठल का रस डाला, उसे सिगरेट से दागा और जब उसने चीखने की कोशिश की तो गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इस जघन्य अपराध को छिपाने के लिए, आरोपियों ने शव को पास के ही एक पीपल के पेड़ से दुपट्टे से लटका दिया। कुछ दूरी पर स्थित एक पुराने घर में पेड़ से लटकता उसका शव मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि हुई है, जो इस अपराध की भयावहता को और बढ़ा देता है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई: पांचों आरोपी गिरफ्त में
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और इस वारदात में शामिल पांच युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान चटगौरा गांव निवासी सत्यम कुमार, रणवीर कुमार, हर्षवर्धन कुमार, अजीत कुमार और रवि कुमार के रूप में की गई है। पुलिस ने इनसे गहन पूछताछ की। पूछताछ के बाद मंगलवार देर शाम सभी को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। एसपी अमित रंजन ने स्पष्ट किया है कि पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और अभियुक्तों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि आरोपियों का मेडिकल कराया जा रहा है और इसके बाद सभी का डीएनए मैच कराया जाएगा ताकि दोषियों को पुख्ता सबूतों के साथ सजा दिलाई जा सके।
समाज में आक्रोश और न्याय की तीव्र मांग
इस दिल दहला देने वाली घटना ने सीतामढ़ी सहित पूरे बिहार में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। लोग इस अमानवीय कृत्य के खिलाफ सड़कों पर उतर रहे हैं और आरोपियों के लिए फांसी की मांग कर रहे हैं। यह घटना एक बार फिर राज्य में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। प्रशासन पर दबाव है कि वह न सिर्फ इस मामले में त्वरित न्याय सुनिश्चित करे, बल्कि ऐसे जघन्य अपराधों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाए। यह समाज के हर वर्ग के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि हमें अपनी बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक रूप से कार्य करना होगा।