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आगरा में खूनी खेल: सर्राफ ने पत्नी का सिर ईंट से कुचला, बेटी को जहर देकर मौत के घाट उतारा, डबल मर्डर से दहला इरादतनगर Aajtak24 News |
आगरा - उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के इरादतनगर में एक रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक सर्राफ ने अपनी ही पत्नी और 12 साल की मासूम बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी। इस दोहरे हत्याकांड ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। आरोपी सर्राफ लक्ष्मीकांत वर्मा ने कथित तौर पर अपनी 35 वर्षीय पत्नी कृष्णा वर्मा के सिर को ईंट से कुचलकर मौत के घाट उतारा, जबकि अपनी बेटी लाडो को जहरीला पदार्थ खिलाकर उसकी जान ले ली। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी लक्ष्मीकांत मौके से फरार हो गया।
दहशतगर्द सुबह: पड़ोसी ने खोले खूनी राज
सोमवार रात को हुई इस जघन्य वारदात का खुलासा मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे हुआ, जब पड़ोसी तरुण वर्मा लक्ष्मीकांत के घर बाइक मांगने पहुंचा। तरुण ने देखा कि घर के मुख्य गेट की कुंडी बाहर से लगी थी और पहली मंजिल के गेट की भी कुंडी बाहर से लगी थी। अंदर जाने पर, उसे एक कमरे में पलंग पर कृष्णा वर्मा खून से लथपथ पड़ी मिलीं और पास ही चारपाई पर बेटी लाडो वर्मा का शव पड़ा हुआ था, जिसके मुंह से झाग निकल रहे थे। कमरे में खून से सनी एक ईंट भी पड़ी थी, जिसे हत्या में इस्तेमाल किया गया माना जा रहा है। तरुण की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और तुरंत थाना इरादतनगर पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही एसीपी शमसाबाद गिरीश कुमार और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए।
साजिश की परतें: सीसीटीवी बंद, मोबाइल घर में
पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि आरोपी लक्ष्मीकांत ने इस जघन्य वारदात को अंजाम देने से पहले पूरी तैयारी कर ली थी। उसके घर और दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए गए थे, ताकि उसकी करतूत रिकॉर्ड न हो सके। पुलिस ने जब रिकॉर्डिंग चेक की तो सोमवार सुबह के बाद की कोई फुटेज नहीं मिली। हत्या के बाद लक्ष्मीकांत अपना मोबाइल फोन घर पर ही छोड़कर अपनी बाइक लेकर फरार हो गया। पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि लक्ष्मीकांत को मंगलवार सुबह करीब 5 बजे बाइक लेकर जाते हुए देखा गया था। डीसीपी पूर्वी जोन अली अब्बास ने बताया कि मां-बेटी की हत्या की गई है और पुलिस पड़ताल कर रही है।
पारिवारिक कलह और प्रेम विवाह का अंत
पुलिस पूछताछ और स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार, लक्ष्मीकांत वर्मा ने करीब 15-16 साल पहले शाहगंज की कृष्णा से प्रेम विवाह किया था। दंपति के तीन बच्चे थे, जिनमें दो बेटे (14 वर्षीय जतिन और 7 वर्षीय आयुष) और 12 वर्षीय बेटी लाडो थी। घटना के समय दोनों बेटे अपने मामा के घर गए हुए थे, जिससे घर में सिर्फ लक्ष्मीकांत, कृष्णा और लाडो ही मौजूद थे। पड़ोसियों ने बताया कि लक्ष्मीकांत और कृष्णा के बीच आए दिन विवाद होता रहता था, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि पारिवारिक कलह ही इस दोहरे हत्याकांड की वजह बनी। पुलिस ने बताया कि अभी तक परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है, लेकिन पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुटी हुई है और घटना के सभी पहलुओं पर गहनता से जांच कर रही है। इस घटना ने एक बार फिर रिश्तों में पनप रही हिंसा और उसके भयावह परिणामों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।