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देश में कोरोना का बढ़ता कहर: सक्रिय मामले 4300 पार, 24 घंटे में 7 मौतें; केरल और महाराष्ट्र बने नए हॉटस्पॉट, सरकार अलर्ट पर par Aajtak24 News |
नई दिल्ली - भारत में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं, जिससे देशभर में चिंता और भय का माहौल गहरा गया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा बुधवार सुबह 8 बजे जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 के कुल सक्रिय मामलों की संख्या 4,302 तक पहुंच गई है। यह आंकड़ा पिछले कुछ हफ्तों में हुई उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है। पिछले 24 घंटों में, देशभर में 276 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जो संक्रमण के निरंतर प्रसार का संकेत देते हैं। इसी अवधि में, दुखद रूप से 7 लोगों की मौत भी दर्ज की गई है, जिससे कुल मौतों का आंकड़ा चिंताजनक रूप से बढ़ रहा है। जनवरी 2025 से अब तक, कोरोना से कुल 39 मौतें रिपोर्ट की गई हैं, जो इस नए उछाल की गंभीरता और संभावित जोखिमों को रेखांकित करती हैं।
राज्यों में स्थिति की गंभीरता: केरल और महाराष्ट्र शीर्ष पर
सक्रिय मामलों की संख्या के मामले में केरल एक बार फिर सर्वाधिक प्रभावित राज्य बनकर उभरा है। इस दक्षिण भारतीय राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 1,416 तक पहुंच गई है, जो राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए एक बड़ी चुनौती है। केरल स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जांच और निगरानी गतिविधियों को तेज कर दिया है, ताकि संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित किया जा सके।
दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र है, जो कोरोना की बढ़ती रफ्तार के मामले में भी आगे है। महाराष्ट्र में अब तक कोरोना के 494 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं। पिछले 24 घंटों में महाराष्ट्र में कोरोना से दो मरीजों की मौत भी हुई है, जो इस राज्य में बढ़ती चुनौती को रेखांकित करती है और नागरिकों के लिए अत्यधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता पर बल देती है।
राजधानी दिल्ली में भी कोरोना की रफ्तार तेज हुई है। बीते 24 घंटों में 63 नए मामले सामने आने के बाद राजधानी में सक्रिय मामलों का आंकड़ा 500 को पार कर गया है। वहीं, मृतकों की संख्या 4 हो गई है। दिल्ली मेट्रो सहित सार्वजनिक स्थानों पर अब कई यात्रियों को एहतियात के तौर पर मास्क पहने देखा जा रहा है। दिल्ली सरकार और स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर कड़ी निगरानी रखे हुए हैं।
देश के अन्य हिस्सों में भी संक्रमण का प्रसार
देश के अन्य प्रमुख राज्यों और शहरों में भी कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, जो समग्र स्थिति को और गंभीर बनाती है:
- गुजरात: गुजरात में भी कोरोना के मामलों में तेजी आई है, जहाँ 108 नए मामले सामने आने के बाद कुल सक्रिय मामले 400 के पार हो गए हैं। राज्य में एक मौत भी दर्ज की गई है। लोगों से सावधानी बरतने और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने की लगातार अपील की जा रही है।
- नोएडा (उत्तर प्रदेश): दिल्ली से सटे नोएडा में भी चिंताजनक स्थिति है। मंगलवार को कोविड के अचानक 45 मरीज पॉजिटिव पाए गए, जिनमें तीन मरीज 18 साल से कम उम्र के हैं। जिले में अब कुल 108 लोग संक्रमित हैं, जिससे स्थानीय प्रशासन की चिंता बढ़ गई है और वे संक्रमण के स्रोत का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।
- पटना (बिहार): बिहार की राजधानी पटना में भी कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। यहाँ बीते 24 घंटे में 6 नए मामले सामने आए हैं, जिससे संक्रमितों की कुल संख्या 24 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है।
- लखनऊ (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी कोरोना के मामले धीरे-धीरे बढ़ने लगे हैं। यहाँ अब तक कोरोना के 4 सक्रिय मामले मिले हैं।
- तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल: इन राज्यों में भी पिछले 24 घंटों में एक-एक मरीज की मौत हुई है, जो पूरे देश में संक्रमण के प्रसार और उसकी गंभीरता को दर्शाता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय और विशेषज्ञों की अपील: सावधानी ही बचाव
स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिकों से एक बार फिर कोविड-उपयुक्त व्यवहार (COVID-Appropriate Behaviour) अपनाने की अपील की है। इसमें प्रमुख रूप से मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना, नियमित रूप से हाथों की स्वच्छता का पालन करना और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना शामिल है। विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही यह एक नया वैरिएंट न हो, फिर भी कमजोर प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों और बुजुर्गों के लिए यह घातक साबित हो सकता है। आधिकारिक सूत्रों ने 31 मई को बताया था कि भारत में कोविड-19 की स्थिति की करीब से निगरानी की जा रही है। देश में कोरोना के बढ़ते सक्रिय मामले और तेजी से बढ़ता मौत का आंकड़ा चिंता का विषय बना हुआ है। सरकार और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा स्थिति की नियमित समीक्षा की जा रही है और संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने तथा नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक प्रोटोकॉल और रणनीतियाँ तैयार की जा रही हैं। लोगों से पैनिक न करने, बल्कि सतर्क रहने और स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का अक्षरशः पालन करने का आग्रह किया गया है। स्थानीय प्रशासन को भी निगरानी बढ़ाने और आवश्यक होने पर कंटेनमेंट उपायों को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। यह समय एकजुट होकर सावधानी बरतने और सामूहिक प्रयासों से इस चुनौती का सामना करने का है।